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सफलता की कहानी कृषि विपणन बोर्ड की विभिन्न योजनाओं से आमजन हो रहे है लाभान्वित

सफलता की कहानी
कृषि विपणन बोर्ड की विभिन्न योजनाओं से आमजन हो रहे है लाभान्वित
विभिन्न योजना से उत्पादन एवं टर्नओवर में हो रही है लगातार बढोतरी
टोंक, 13 फरवरी। राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से प्रदेश के सभी वर्गों को राहत मिल रही हैं। विभिन्न वर्ग और समुदाय के लोग राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं में अपना पंजीकरण करवाकर लाभ प्राप्त कर अत्यंत हर्ष का अनुभव कर रहे हैं।
कैलाश चंद जैन के लिए प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योग उन्नयन योजना बनी वरदान।
उपखंड मालपुरा के औद्योगिक क्षेत्र के मैसर्स अरुण ऑयल इंडस्ट्रीज के कैलाशचंद जैन ने बताया कि उन्होंने कृषि प्रसंस्करण इकाई (सरसों ग्रेडिंग) वर्ष 2022 में स्थापित की है। उन्होंने बताया कि ऑयल इंडस्ट्रीज को स्थापित करने से पहले उनका परिवार किराना की छोटी दुकान संचालित करता था, इससे बहुत कम आय होती थी। उन्हें जब प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योग उन्नयन योजना के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने परिवार को सुरक्षित आय प्रदान करने के उद्देश्य से एक छोटा उद्यम लगाकर केंद्र सरकार की इस योजना का लाभ उठाया। साथ ही, योजना अनुसार 30 लाख रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर जिला रिसोर्स पर्सन के माध्यम से ऑनलाइन किया गया। इसके बाद जिला स्तरीय समिति से अनुमोदन के उपरांत बैंक ऋण स्वीकृत हुआ। योजना में 8.40 लाख रुपये का पूंजीगत निवेश अनुदान स्वीकृत हुआ है। वर्तमान में इस परियोजना से उत्पादन प्रारंभ हो चुका है। जिससे मेरी फर्म का टर्नओवर 18 से 20 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष हो गया। इसके साथ ही, कैलाश चंद जैन की फर्म को अच्छी आय होने के साथ परिवार को आर्थिक मजबूती एवं इनकी फैक्ट्री से लगभग 10 व्यक्तियों को रोजगार मिल रहा है। कैलाश चंद ने बताया कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योग उन्नयन योजना अनुदान की स्वीकृति प्रक्रिया ऑनलाइन होने से पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता रहने के साथ-साथ इनका अनुदान स्वीकृत हो गया। इसके लिए उद्यमी कैलाश चंद जैन ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है।
मैसर्स राजेश प्रोडक्ट्स के उत्पादन एवं टर्नओवर में बढोतरी हुई
मैसर्स राजेश प्रोडक्ट्स कृषि प्रसंस्करण इकाई तेल मील प्लांट की स्थापना वर्ष 1988-89 में हुई। मशीनें पुरानी एवं कम क्षमता की होने के कारण उनके उत्पादन से अधिक लागत आ रही थी। जिसके कारण उन्हें नुकसान हो रहा था उन्होंने राज्य सरकार की राजस्थान कृषि प्रसंस्करण कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन योजना के तहत मशीनों का नवीनीकरण एवं विस्तार करने की योजना बनाई। उन्होंने 241.41 लाख रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर बैंक से ऋण लेने के लिए आवेदन किया। बैंक से ऋण स्वीकृत होने पर इस योजना के तहत पूंजीगत निवेश अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन किया। योजना के समय एवं नियम के अनुसार उन्हें 50.00 लाख रुपये का पूंजीगत निवेश अनुदान प्राप्त हुआ। उनके द्वारा वर्तमान में विस्तारित परियोजना से उत्पादन प्रारंभ हो चुका है। जिससे इनकी फर्म का उत्पादन एवं टर्नओवर में बढोतरी होकर लाभांश भी बढ़ा है। मैसर्स राजेश प्रोडक्ट्स ने बताया कि सरकार की इस योजना के कारण ही हमारी पुरानी परियोजना का नवीनीकरण एवं विस्तार संभव हो पाया है। साथ ही, फर्म के उत्पादन में वृद्धि हुई के साथ-साथ 100 व्यक्तियों को रोजगार भी मिला। मैसर्स राजेश प्रोडक्ट्स ने बताया कि इस योजना की स्वीकृति प्रक्रिया ऑनलाइन होने से उनके समय की बचत हुई है। वह जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए राज्य सरकार को धन्यवाद ज्ञापित करते हैं।

जिले के उपखंड निवाई के फर्म मैसर्स आरएल प्रोडक्ट्स के उद्यमी ने बताया कि उन्होंने राजस्थान कृषि प्रसंस्करण कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन योजना के तहत निवाई कृषि प्रसंस्करण इकाई (ग्रेडिंग सोर्टिंग यूनिट) वर्ष 2021-22 में स्थापित की। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व उनका कृषि उपज मंडी निवाई में कृषि जिंसों का व्यापार था। कृषि मंडी में उन्हें इस योजना की कार्यशाला में जानकारी मिलने पर उन्हें सरकार की नीति के अंतर्गत इस परियोजना के लिए प्रस्तावित किया गया। उद्यमी ने बताया कि उन्होंने 382.94 लाख रु. की परियोजना रिपोर्ट तैयार कर बैंक से ऋण लेने के लिए आवेदन किया। बैंक से ऋण मिलने पर हमने इस योजना के तहत पूंजीगत निवेश अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन किया। योजना के नियमानुसार परियोजना में पात्र पूंजी निवेश राशि 142.31 लाख रु. का 25 प्रतिशत राशि 35.58 लाख रु. का पूंजीगत निवेश अनुदान प्राप्त हुआ। इसके साथ ही, वर्तमान में विस्तारित परियोजना से उत्पादन प्रारंभ हो चुका है। वर्ष 2022-23 में हमारी फर्म का टर्नओवर लगभग 8 करोड़ रुपये रहा। जिससे फर्म को अच्छी आय हुई है एवं 20 व्यक्तियों को रोजगार मिला है। ऐसी योजना को लागू करने के लिए मैसर्स आरएल प्रोडक्ट्स ने सरकार को धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया है।

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