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समरावता प्रकरण को लेकर जो भी व्यक्ति अपना पक्ष रखना चाहे निष्पक्ष होकर कह सकते है-संभागीय आयुक्त
टोंक, 17 जनवरी। राजस्थान विधानसभा उपचुनाव-2024 के दौरान नगर फोर्ट तहसील के ग्राम समरावता में घटित घटना के संबंध में राज्य सरकार द्वारा प्रशासनिक जांच के लिए संभागीय आयुक्त अजमेर महेश चंद्र शर्मा को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसके तहत संभागीय आयुक्त शुक्रवार को टोंक आए। इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक अजमेर रेंज ओमप्रकाश भी साथ रहे।
संभागीय आयुक्त ने कहा कि समरावता गांव से कोई भी प्रभावित व्यक्ति, हितबद्ध, कोई पक्षकार एवं अन्य निष्पक्ष व्यक्ति अपना पक्ष रखने के लिए सर्किट हाउस नहीं आया। समरावता घटनाक्रम के संबंध में प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों से चर्चा कर फीडबैक लिया गया। साथ ही, संबंधित रिकॉर्ड का अवलोकन किया गया। शर्मा ने कहा कि प्रकरण को लेकर अभी जांच जारी है। जो भी व्यक्ति अपना पक्ष रखना चाहे निष्पक्ष होकर कह सकते है। सशपथ बयान दे सकते है। जांच समाप्त होने के बाद राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। टोंक मुख्यालय के सर्किट हाउस में सुनवाई इसलिए रखी गई ताकि यहां कोई भी व्यक्ति आकर अपनी बात निष्पक्ष रूप से रख सके। प्रकरण को लेकर आगे भी सुनवाई की जाएगी। इस दौरान जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा, पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान, एडीएम रामरतन सौकरिया, एडीएम मालपुरा विनोद कुमार मीणा समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
कार्यालयों का किया निरीक्षण
संभागीय आयुक्त शर्मा ने शुक्रवार को जिला कलेक्टर कार्यालय, जिला परिषद, जिला रसद अधिकारी, कोषाधिकारी एवं जिला कारागृह का निरीक्षण किया। इस दौरान जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा, एडीएम रामरतन सौकरिया, सीईओ परशुराम धानका, कोषाधिकारी हरीश लालावत भी मौजूद रहे।