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फर्जी कॉल सेन्टर के माध्यम से करीब 15 लाख रुपए की साइबर ठगी, पुलिस ने किया खुलासा

फर्जी कॉल सेन्टर के माध्यम से करीब 15 लाख रुपए की साइबर ठगी, पुलिस ने किया खुलासा

जयपुर। शिप्रापथ थाना पुलिस और साइबर सेल दक्षिण ने ई-मित्र की आईडी के नाम पर फर्जी कॉल सेन्टर चलाकर साइबर फ्रॉड करने वाले चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से 9 मोबाइल फोन, 13 कम्प्यूटर, एक लैपटॉप, वाईफाई बायोमेट्रिक फि ‘गर प्रिन्ट मशीन, इन्टरनेट कनेक्टर, दो बिजली बोर्ड और ठगी के 78 हजार रुपए जब्त किए। फर्जी कॉल सेन्टर के माध्यम से करीब 15 लाख रुपए की साइबर ठगी का खुलासा हुआ है। इस सेंटर के माध्यम से ई-मित्र की आईडी का दुरुपयोग कर आम लोगों से ठगी की जा रही थी। ठगों ने करीब 15 लाख रुपये की साइबर ठगी को अंजाम दिया। पुलिस ने इस मामले में चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से भारी मात्रा में ठगी के सामान और उपकरण बरामद किए। साइबर अपराधों की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए राजस्थान पुलिस ने 2 जनवरी से 31 जनवरी तक विशेष साइबर शील्ड अभियान शुरू किया था। अभियान के दौरान, पुलिस थाना शिप्रापथ और साइबर सैल जयपुर दक्षिण की संयुक्त टीम को एक सूचना मिली कि त्रिबंधु प्लाजा के पास स्थित एक समाज सेवा केंद्र में ई-मित्र के नाम पर फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है। इस कॉल सेंटर के माध्यम से अभियुक्तों ने ग्राहकों से फर्जी तरीके से पैसे वसूले। उन्होंने ग्राहकों को ई- मित्र आईडी का झांसा देकर अलग-अलग मोबाइल नंबर से कॉल कर ठगी की। अभियुक्तों की सूची : दीपक 23 साल, अशोकपुरा, सोडाला, संजय मेघवाल – 22 साल, काली पलटन, पुरानी टोंक, नंदवीर सैनी 22 साल, रिको इंडस्ट्रियल एरिया, मानसरोवर, विनोद बैरवा – 23 साल, मालपुरा, टोंक।

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