जनता में आक्रोश, मालपुरा को नवीन जिला घोषित करने की मांग, मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
मालपुरा (टोंक)। प्रदेश की भजनलाल सरकार ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा बनाए गए 17 नवगठित जिलों में से 09 जिलों को रद्द करने के बाद जगह जगह स्थानीय लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने मालपुरा, सुजानगढ़ और कुचामण सिटी को भी नवीन जिला बनाने की घोषणा की थी। लेकिन इन तीनों जिलों की अधिसूचना जारी नही होने से यह पूर्णतया जिले के अस्तित्व में नहीं आ सके। वर्तमान भजनलाल सरकार ने अन्य जिलों को रद्द करने के साथ ही मालपुरा, सुजानगढ़ और कुचामन सिटी को भी निरस्त कर दिया। मालपुरा को नवीन जिला घोषित करने की मांग को लेकर मालपुरा विकास मंच और आम जन मालपुरा के नेतृत्व में मंगलवार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया गया कि मालपुरा एक मात्र ऐसा कस्बा है जो आजादी के समय भी जिला बोर्ड का दर्जा रखता था। वर्ष 1950 में मालपुरा जिला बोर्ड को समाप्त कर, टोंक व सीकर नये जिले का निर्माण किया गया था। मालपुरा तत्कालीन समय में भी राजनीति का शिकार हो गया था। फिर गहलोत सरकार के मंत्रीमंडल में मालपुरा को जिला घोषित करने का निर्णय पारित किया गया। परन्तु वर्तमान प्रदेश सरकार मंत्रीमंडल द्वारा पुनः नवीन जिला मालपुरा का सीमांकन करने के बजाय जिले के दर्जे को निरस्त कर दिया गया। यह मालपुरा के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया है। मालपुरा विधानसभा क्षेत्र में मालपुरा और टोडारायसिंह दो उपखण्ड है, तथा डिग्गी लाम्बाहरिसिंह मालपुरा टोडारायसिंह सहित चार नगर पालिका क्षेत्र विद्यमान है। वहीं डिग्गी को तहसील का दर्जा भी प्राप्त है। इसके साथ अरांई उपखण्ड के बोराडा, ढसूक आदि पन्द्रह पंचायत मालपुरा से सटी हुयी है, तथा पूर्व विधानसभा क्षेत्र में पीपलू क्षेत्र की नौ पंचायत मालपुरा के साथ जुडी हुयी थी। इस क्षेत्र को मिलाने के पश्चात् मालपुरा जिले के लिए पर्याप्त आबादी दस लाख के स्तर को पूर्ण करती है। मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर मालपुरा को नवीन जिले का दर्जा देने की मांग की गई। इस मौके पर महावीर बडगुर्जर, एड भगवान गुर्जर, अनीस जैन, नितिन कुमावत, महफूज़ नकवी, विमला चौधरी, एड. गीता वालिया, राधिका टाक, पूर्व सरपंच भागचंद सैनी, एड. महेंद्र शर्मा, नारायण गुर्जर, जिला परिषद सदस्य किशन लाल बैरवा, पूर्व जिला परिषद सदस्य नन्द किशोर सैनी, पूर्व पार्षद गजेंद्र बोहरा, जयराम, छोटू नागा, सहित अन्य प्रबुद्धजन मौजूद रहे।