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माइंस खनन को लेकर उपजा विवाद, ग्रामीणों ने पुलिस पर किया पथराव

माइंस खनन को लेकर उपजा विवाद, ग्रामीणों ने पुलिस पर किया पथराव

एडिशनल एसपी सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल

माइंस कर्मचारियों ने की राह चलते ग्रामीणों से मारपीट

मारपीट में गम्भीर घायल हुए एक ग्रामीण को जयपुर किया रेफर

गोपाल नायक, मालपुरा (टोंक)। जिले के मालपुरा उपखंड के ग्राम सिन्धोलिया में कल सोमवार को सुबह करीब 9:00 बजे माइंस पर खनन को लेकर विवाद खड़ा हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा पुलिस पर जमकर पथराव कर दिया। ग्रामीणों द्वारा की गई पत्थरबाजी में करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मियों सहित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मालपुरा रामकुमार कस्वां घायल हो गए।

वही दो ग्रामीण महिलाओं समेत 5 से 7 ग्रामीण भी घायल होने की सूचना मिली है। आपको बता दें कि गांव से 2 किलोमीटर की दूरी पर एक ग्रेनाइट की खान है। जिसमें ग्रेनाइट पत्थर का खनन एवं परिवहन किया जाता है। ग्रामीणों का आरोप है कि माइंस मालिक द्वारा चारागाह क्षेत्र में स्टे होने के बावजूद अवैध खनन किया जा रहा है जबकि खान मालिक इस खनन को लीगल बताते है। ग्रामीण एवं खान मालिक में पहले भी इस मामले को लेकर विवाद हो चुका है।

ग्रामीणों का आरोप है कि अदालत, एनडीटी विभाग एवं रैवेन्यू बोर्ड द्वारा खनन पर स्टे लगा हुआ है। वहीं तहसीलदार राहुल पारीक ने बताया कि पिछले कुछ दिनों पूर्व रैवेन्यू बोर्ड द्वारा स्टे हटा दिया गया है। अदालत और एनडीटी विभाग का स्टे अभी भी लागू है। ग्रामीणों ने बताया कि माइंस में खनन मामले को लेकर आगामी 5 अगस्त को कोर्ट द्वारा सुनवाई की तारीख तय की गई है। स्टे अभी तक नहीं हटा है।

उल्लेखनीय है कि खान मालिक द्वारा बीते कल ही खनन कार्य फिर से शुरू कर दिया गया। ग्रामीणों को जब इसकी भनक लगी तो ग्रामीण एकत्रित होकर माइंस पर हो रहे खनन को रुकवाने के लिए माइंस पर पहुंच गए। जहां खान पर कार्यरत कर्मचारियों एवं ग्रामीणों में झड़प हो गई। माइंस पर कार्यरत कर्मचारियों ने ग्रामीणों पर मारपीट और तोड़ फोड़ का आरोप लगाते हुए बताया कि सुबह करीब 9 बजे 150 से 200 ग्रामीण एकत्रित होकर खदान में आ पहुंचे और ग्रामीणों ने खान पर तोड़फोड़ शुरू कर दी। साथ ही खदान कर्मचारियों के साथ मारपीट की। सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और आक्रोशित ग्रामीणों से समझाइश की।

पुलिस द्वारा खान के कर्मचारियों को बचाने का प्रयास किया तो आक्रोशित ग्रामीण पुलिस से उलझ पड़े। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार कस्वां ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया तो ग्रामीण ज्यादा आक्रोशित हो गए। जब पुलिस ने मारपीट पर उतारू भीड़ को तीतर-बितर करने का प्रयास किया तो ग्रामवासियों की भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। जिसमें एएसपी सहित करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं सरकारी अस्पताल मालपुरा में भर्ती घायल ग्रामीण परशुराम नाथ ने खदान पर कार्यरत कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि उसकी माँ का देहांत हुए चार पांच दिन हुए हैं और वो किसी काम से अपने रिश्तेदार के साथ मालपुरा आ रहा था। लेकिन सिंधोलिया माताजी के घुमाव पर माइंस में काम करने वाले कुछ कर्मचारियों ने उसके व उसके रिश्तेदार के ऊपर लाठी सरियों से हमला कर घायल कर दिया। जबकि उसे माइंस को लेकर उपजे विवाद की कोई जानकारी नही थी।

वही ग्रामीणों ने बताया कि रामलाल नाथ जो गायें चरा रहा था। उसके साथ भी माइंस के कर्मचारियों द्वारा मारपीट कर गम्भीर घायल कर दिया गया। जिसे उपचार के लिए मालपुरा अस्पताल में भर्ती करवाया गया। हालत चिंताजनक होने पर बाद में जयपुर रैफर किया गया है।
एएसपी रामकुमार कस्वां ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि टोंक जिला पुलिस अधीक्षक संजीव नैन ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा व जानकारी ली है। पुलिस उपद्रवियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करेगी। साथ में यह भी बताया कि यदि ग्रामीणों और खान मालिक का कोई नुकसान हुआ है तो उनकी तरफ से भी मामला दर्ज कर निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई की जाएगी। पुलिस द्वारा स्थिति पर काबू पा लिया गया और मौके पर पुलिस जाप्ता तैनात किया गया है। पुलिस द्वारा आरोपियों को चिन्हित कर जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

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