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टोंक पुलिस की कार्यवाही, डिग्गी के संत सियाराम दास बाबा के ब्लाईण्ड मर्डर का खुलासा

टोंक पुलिस की कार्यवाही, डिग्गी के संत सियाराम दास बाबा के ब्लाईण्ड मर्डर का खुलासा

मालपुरा (टोंक) – टोंक पुलिस को ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाने में बड़ी कामयाबी मिली है। टोंक पुलिस ने संत सियाराम दास के ब्लाइंड मर्डर केस में दो मुल्जिमों को गिरफ्तार कर लिया है। धर्मनगरी डिग्गी में विगत दिनांक 29 – 30 अगस्त 2023 की रात्रि में भूरिया महादेव मन्दिर के संत सियाराम दास बाबा की अज्ञात व्यक्तियों द्वारा निर्मम हत्या कर दी गई थी।

इस संबंध में राजर्षिराज वर्मा जिला पुलिस अधीक्षक टोंक के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मालपुरा पुष्पेन्द्र सिंह के निकट सुपरविजन मे अनुसंधान अधिकारी चक्रवर्तती सिंह वृत्ताधिकारी वृत्त मालपुरा के नेतृत्व में थानाधिकारी थाना डिग्गी व गठित टीम द्वारा जघन्य ब्लाईण्ड मर्डर का खुलासा कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। टोंक एसपी राजर्षिराज वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी देते हुए बताया कि उक्त घटना में गिरफ्तार मुल्जिम बालू मोग्या द्वारा पहले मन्दिर की रैकी की गई। उसके बाद मुल्जिम जोधाराम मोग्या को उक्त वारदात करने के लिए बुलाया। जिस पर उक्त दोनो मुल्जिमान अपने अन्य साथियों के साथ आकर वारदात को अंजाम देने के लिए कस्बे के समीप सुनसान जंगल में छिप गए। देर रात्रि मे वहाँ से मोटरसाईकिलों पर घटनास्थल के समीप पहुँचकर मोटरसाईकिलों को छिपा दिया एवं पास के खेतों के रास्ते मन्दिर में प्रवेश कर नकबजनी का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान संत के जाग जाने के कारण मुल्जिमान द्वारा उनके सिर पर दनादन वार किये गए। जिससे संत अचेत होकर गिर गए। इसी दौरान उनके पास रखी चाबी निकाल कर कमरे में घुसकर वहाँ रखे करीबन 45 हजार रूपये निकालकर वहाँ से अँधेरे का फायदा उठाते हुए भाग गए। आरोपियों को उसी वक्त संदेह हो गया था कि मारपीट की वजह से संत की मृत्यु हो गयी है। घटना के बाद सभी मुल्जिम रूपयों का आपस में बँटवारा कर अलग अलग स्थानो पर चले गये और खेतों की रखवाली के काम में लग गए। जिससे किसी को उन पर शक नही हो।
एसपी राजर्षिराज वर्मा ने बताया कि यह लोग छोटे छोटे गिरोह के रूप में काम करते है तथा सुनसान स्थान पर स्थित मन्दिरों की रैकी कर अपने साथियों को बुलाकर वहाँ चोरी, नकबजनी व लूट जैसी वारदात को अंजाम देते हैं। इस दौरान जाग होने पर या वहाँ मौजूद व्यक्ति द्वारा विरोध करने पर यह जानलेवा हमला व मारपीट भी कर देते हैं।
उल्लेखनीय है कि घटना की सूचना पर जिला पुलिस अधीक्षक राजर्षि राज, एफएसएल, डीएसटी, साईबर, डोंग स्कवॉयड सहित पहुँचे एवं घटनास्थल की गहनता से जाँच की गई थी। घटना को लेकर कस्बे वासियों में काफी रोष था। घटना की गम्भीरता को देखते हुए जाँच वृत्ताधिकारी मालपुरा को दी गई। जाँच के दौरान लगभग 500 से अधिक संदिग्ध लोगो से पूछताछ की गई। वहीं आसपास के क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज व वाहनो की डिटेल प्राप्त की गई लेकिन पुलिस के हाथ अहम सुराग नहीं लग पाया। अनुसंधान के दौरान कुछ लोगो का एफएसएल गाँधीनगर गुजरात में पॉलीग्राफी टेस्ट भी करवाया गया। मामले की गम्भीरता को देखते हुए राजर्षि राज जिला पुलिस अधीक्षक टोंक के निर्देशानुसार अनुसंधान अधिकारी द्वारा अन्य पहलुओं पर भी अनुसंधान जारी रखते हुये आधुनिक तकनीकि एवं परम्परागत पुलिसिंग का प्रयोग करते हुये जिले व आसपास के क्षेत्र में विगत वर्षों में इस प्रकार की वारदातों में संलिप्त मुल्जिमान के बारे मे जानकारी प्राप्त कर उनकी गतिविधियों पर निगरानी प्रारम्भ की गई।
आसूचना एवं मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। जिससे कुछ पूर्व के आरोपियों की गतिविधियां संदिग्ध पायी जाने पर लगातार उनका पीछा किया गया। जिससे पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे। जिसके आधार पर दो संदिग्ध व्यक्तियों मे से जोधाराम मोग्या को अरांई क्षेत्र के जंगलो से थाना डिग्गी की गठित टीम व पुलिस थाना अराँई जिला अजमेर की टीम के सहयोग से व दूसरे को मालपुरा क्षेत्र से दस्तयाब कर गहनता से पूछताछ की गई। जिसमे उन्होने अपने कुछ साथियों की मदद से घटना कारित करना कबूल किया।
जोधाराम उर्फ जोध्या उर्फ मुकेश पुत्र सुरजमल जाति मोग्या उम्र 26 साल निवासी राजपुरा थाना लाम्बाहरिसिंह हाल गैलपुर पुलिस थाना अरांई जिला अजमेर और बालू उर्फ रामावतार पुत्र प्रेमा मोग्या जाति मोग्या उम्र 25 साल निवासी भवानीपुरा थाना डिग्गी जिला टोंक को गिरफ्तार कर, न्यायालय मे पेश किया गया। न्यायालय से पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया जाकर प्रकरण मे अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है और प्रकरण में संलिप्त अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है।

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