मालपुरा को जिला बनाने की मांग, 06 जुलाई को मालपुरा बन्द, महारैली का होगा आयोजन
मालपुरा (टोंक) – मालपुरा को जिला बनाने की मांग को लेकर पिछले करीब 4 महीने से लगातार जिला कोर कमेटी के नेतृत्व में चल रहे आंदोलन के क्रम में 06 जुलाई गुरुवार को जिला बनाओ कोर कमेटी के आह्वान पर उपखंड स्तरीय महारैली का आयोजन किया जाएगा। महारैली में क्षेत्र के हर आमजन की भागीदारी के मद्देनजर महारैली में विधानसभा क्षेत्र के सभी पार्टियों के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, संगठनों के प्रतिनिधि, समाजों के अध्यक्ष, अधिवक्तागण, संपूर्ण शैक्षिक संघ, संगठनों के पदाधिकारी, समाजसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों सहित पूरे उपखंड क्षेत्र के आमजन शामिल होंगे। महारैली की शुरुआत 06 जुलाई को सुबह 11 बजे बारादरी बालाजी की पूजा-अर्चना के साथ होगी। यहां से शुरू होकर महारैली गांधी पार्क होते हुए ज्ञापन देने के लिए तहसील मुख्यालय की ओर कूच करेगी।
महारैली में शामिल हजारों लोग शांति पूर्वक रैली के रूप में उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन उपखंड अधिकारी को सौंपेंगे और राजस्थान सरकार तक क्षेत्र की जनता की आवाज को रखकर मालपुरा को जिला बनाए जाने की मांग पुरजोर शब्दों के साथ रखेंगे। महारैली के तहत उपखंड मुख्यालय एवं आसपास के गांवों में बाजार बंद रखकर हजारों की संख्या में लोग मालपुरा पहुंचेंगे, जहां महारैली का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों, व्यापारिक संगठन एवं संस्थाएं, सरपंच-पूर्व सरपंच, उपसरपंच, पार्षद, पूर्व पार्षदों, जनप्रतिनिधियों के साथ ही उपखंड क्षेत्र के आमजन शामिल होंगे और मालपुरा को जिला बनाए जाने की मांग को पुरजोर शब्दों में सरकार तक पहुंचाएंगे। जिला बनाओ कोर कमेटी सदस्य जतनलाल चौधरी ने बताया कि महारैली को लेकर गांव-गांव में कमेटी का विस्तार कर हम सब की है जिम्मेदारी, हर घर की हो भागीदारी के साथ क्षेत्र के प्रत्येक नागरिक को महारैली में शामिल होने के लिए कार्य सौंपे गए हैं। महारैली में मालपुरा सहित आसपास के गांवों से बडी संख्या में लोग शामिल होंगे और मालपुरा को जिला बनाए जाने की मांग को सरकार के समक्ष रखेंगे। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी रियासतकालीन समय में मालपुरा सिर्फ जिला ही नहीं, अपितु डिप्टी कमिश्नरेट भी रहा है एवं वर्तमान में मालपुरा जिला बनाए जाने की तमाम योग्यताएं रखता है। भौगोलिक, जनसांख्यिक एवं प्रशासनिक स्तर पर भी मालपुरा को जिला बनाया जाना तथ्यात्मक एवं तार्किक रूप से न्यायसंगत है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा मार्च में नए जिले एवं संभाग बनाए जाने की घोषणा किए जाने के बाद से ही यहां की जनता मालपुरा को जिला बनाने की मांग पर लगातार आंदोलनरत है। उल्लेखनीय है कि मालपुरा को जिला बनाए जाने की मांग पर पिछले करीब 4 महीने से चल रहे आंदोलन के तहत यहां कई प्रकार से ज्ञापन दिए जा चुके हैं एवं क्षेत्र के बाजार बंद रखकर, क्रमिक अनशन के साथ धरना-प्रदर्शन कर, क्षेत्र के ही युवा संत द्वारा आमरण अनशन रखकर प्रदर्शन किए जाने के साथ ही उपखंड क्षेत्र के प्रत्येक गांव में ग्राम पंचायत स्तर पर सिलसिलेवार तरीके से ज्ञापन दिए जा चुके हैं। जबकि कोर कमेटी द्वारा रामलुभाया कमेटी को ज्ञापन दिए जाने के साथ ही अन्य कई जनप्रतिनिधियों एवं आम नागरिकों द्वारा जयपुर में भी कई राजनेताओं को ज्ञापन देकर मालपुरा को जिला बनाए जाने की मांग जा चुकी है। इन तमाम पहलुओं को लेकर रामलुभाया कमेटी द्वारा कुछ और नए संभावित जिलों के लिए किए जा रहे परीक्षण में भी मालपुरा का नाम सबसे आगे है। ऐसे में मालपुरा को जिला बनाए जाने की मांग कर रही क्षेत्र की जनता की मांग को जल्द से जल्द पूरा कर मालपुरा को जिला बनाए जाने की घोषणा की जानी चाहिए।