जिले के 1,096 पशुपालकों के खातों में आई 4 करोड़ 38 लाख रुपये से अधिक रकम
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले साल लंपी रोग की वजह से अपनी दुधारू गायें गंवाने वाले प्रदेश के 42 हजार पशुपालकों के खातों में 40-40 हजार रुपये हस्तांतरित किएटोंक, 16 जून। पिछले साल लंपी रोग की वजह से अपनी दुधारू गायें गंवाने वाले पशुपालकों की आर्थिक सहायता के लिए लंपी रोग आर्थिक सहायता वितरण कार्यक्रम जिला मुख्यालय स्थित कृषि ऑडिटोरियम में शुक्रवार को आयोजित किया गया, जिसमें जिले के हजारों लाभार्थी पशुपालक शामिल हुए।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के सीतापुरा स्थित जेईसीसी में आयोजित राजस्थान किसान महोत्सव के पहले दिन लंपी रोग आर्थिक सहायता वितरण कार्यक्रम में प्रदेश के 42 हजार पशुपालकों के खातों में 175 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए। इस मौके पर टोंक जिले के 1,096 पशुपालकों के खातों में भी 4 करोड़ 38 लाख 40 हजाह रुपये की मुआवजा राशि हस्तांतरित की गई। मुख्यमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये जिलास्तरीय कार्यक्रमों से जुड़े और लाभार्थियों से बातचीत की।
जिले के लाभार्थी पशुपालकों ने राज्य सरकार की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि उनके खातों में आई सहायता राशि से वे नए पशु खरीद सकेंगे, जिससे उन्हें घर चलाने में सुगमता होगी तथा बच्चों को बेहतर पोषण मिल सकेगा।
लंपी महामारी में दुधारू गोवंश गंवाने वाले पशुपालकों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से आर्थिक सहायता देने की घोषणा बजट में की गई थी। इसके क्रियान्वयन में आज प्रदेशभर के पशुपालकों के खातों में प्रति परिवार 2 दुधारू गोवंश के लिए 40-40 हजार रुपये डीबीटी से भेजे गए। राज्य सरकार प्रत्येक परिवार के लिए 2-2 दुधारू पशुओं का प्रति पशु 40,000 रुपये का बीमा कर रही है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले साल लंपी रोग की वजह से अपनी दुधारू गायें गंवाने वाले प्रदेश के 42 हजार पशुपालकों के खातों में 40-40 हजार रुपये हस्तांतरित किएटोंक, 16 जून। पिछले साल लंपी रोग की वजह से अपनी दुधारू गायें गंवाने वाले पशुपालकों की आर्थिक सहायता के लिए लंपी रोग आर्थिक सहायता वितरण कार्यक्रम जिला मुख्यालय स्थित कृषि ऑडिटोरियम में शुक्रवार को आयोजित किया गया, जिसमें जिले के हजारों लाभार्थी पशुपालक शामिल हुए।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के सीतापुरा स्थित जेईसीसी में आयोजित राजस्थान किसान महोत्सव के पहले दिन लंपी रोग आर्थिक सहायता वितरण कार्यक्रम में प्रदेश के 42 हजार पशुपालकों के खातों में 175 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए। इस मौके पर टोंक जिले के 1,096 पशुपालकों के खातों में भी 4 करोड़ 38 लाख 40 हजाह रुपये की मुआवजा राशि हस्तांतरित की गई। मुख्यमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये जिलास्तरीय कार्यक्रमों से जुड़े और लाभार्थियों से बातचीत की।
जिले के लाभार्थी पशुपालकों ने राज्य सरकार की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि उनके खातों में आई सहायता राशि से वे नए पशु खरीद सकेंगे, जिससे उन्हें घर चलाने में सुगमता होगी तथा बच्चों को बेहतर पोषण मिल सकेगा।
लंपी महामारी में दुधारू गोवंश गंवाने वाले पशुपालकों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से आर्थिक सहायता देने की घोषणा बजट में की गई थी। इसके क्रियान्वयन में आज प्रदेशभर के पशुपालकों के खातों में प्रति परिवार 2 दुधारू गोवंश के लिए 40-40 हजार रुपये डीबीटी से भेजे गए। राज्य सरकार प्रत्येक परिवार के लिए 2-2 दुधारू पशुओं का प्रति पशु 40,000 रुपये का बीमा कर रही है।