विश्व पशु चिकित्सा दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य शिविर का हुआ आयोजन।
मालपुरा (टोंक) – भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थान केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान,अविकानगर ने विश्व पशुचिकित्सा दिवस (वर्ल्ड वेटरनरी डे) के अवसर पर पथराज कला गांव में पशु स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर मनाया गया। जिसमें पथराज कलां गांव के भेड़, बकरी, गाय एवं भैंस पालन वाले पशुपालक किसानो को वैज्ञानिक तरीके से व्यापारिक पशुपालन फार्मिंग के बारे में विस्तार विचार विमर्श निदेशक डॉ. अरुण कुमार तोमर द्वारा किया गया। साथ में डॉ तोमर ने किसान के निवेदन पर अविकानगर संस्थान द्वारा पथराज कला गांव को गोद लेकर पशुपालन के क्षेत्र में संस्थान की उन्नत तकनीक एवं अन्य पशुओं में सुधार के क्षेत्र में काम करने के इच्छा व्यक्त की।
डॉ. तोमर ने बताया कि आज मेरे देश के अन्नदाता किसानों के बलबूते राजस्थान प्रदेश भारत देश में मिल्क ओर गलीचा ऊन का उत्पादन करने में पहले स्थान पर है। डॉ तोमर ने बताया कि हर वर्ष विश्व पशुचिकित्सा दिवस का आयोजन अप्रैल माह के अंतिम शनिवार को किया जाता है। डॉ तोमर ने बताया कि आप किसानों के कारण हम विश्वभर में दूध का उत्पादन करने मे सबसे अग्रणी है। वर्तमान में बदलते क्लाइमेट परिदृश्य में देश के किसानों को विश्व की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश भारत की जनसंख्या को पशु एवं खेती के द्वारा निरंतर खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराना बड़ी चुनौती है। लेकिन मेरे देश के किसान के बलबूते हमारा देश लोगो की भोजन की आपूर्ति पूरी करने के साथ साथ बहुत से पशु आधारित खाद्य पदार्थों का हम निर्यात भी कर रहे हैं। वर्तमान में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के विभिन्न संस्थानों के सहयोग से देश के विभिन्न पशुओ के पशुपालक किसानों ने वैज्ञानिक तरीके से पशुपालन करके विगत दशक से उत्पादन में वृद्धि की है।
एवं वर्तमान में पशुपालन एक सफल पशु उद्यमिता का रूप लेता जा रहा है। देश के शिक्षित युवा नए-नए पशुपालन आधारित स्टार्टअप की शुरुआत देश में ग्रामीण एवं शहरी आबादी में कर रहे हैं। निदेशक ने बताया कि आने वाला समय खेती एवं पशुपालन का है इसी के माध्यम से ग्रामीण कि ज्यादा से ज्यादा आबादी को रोजगार देकर लोगों की खाद आपूर्ति को पूरा किया जा सकता है। पथराज कला गांव में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. सत्यवीर सिंह डांगी ओर डॉ. अजीतसिंह महला आदि द्वारा वर्ल्ड वेटरनरी डे के उपलक्ष में पशुओं के लिए स्वास्थ शिविर का आयोजन कर इलाज किया गया। संस्थान की तरफ से गांव के पशुपालक किसानो को निशुल्क दवाइयों का वितरण कर विश्व पशुचिकित्सा दिवस मनाया गया। संस्थान की टीम ने प्रगतिशील किसान हंसराज के भेड़ एवं बकरी फार्म का निरिक्षण कर उन्नत पशुपालन के बारे में विस्तार से बताया गया। स्वास्थ्य शिविर मे समाजसेवी नारायणसिंह आमली, देवीलाल और रामराज आदि मौजूद रहे। अंत में आज पथराज कला गांव मे उपस्थित सभी किसानों ने निर्देशक द्वारा गांव को गोद लेने पर धन्यवाद एवं हार्दिक आभार प्रकट किया।