पीपलू-
प्रशासन गांवों के संग अभियान बनवाड़ा गांव के लिए हुआ वरदान साबित।
पीपलू तहसील के ग्राम बनवाड़ा में कस्टोडियन कृषि भूमियों पर देश के विभाजन के समय से काबिज परंतु खातेदारी अधिकारों से वंचित रहे काश्तकारों को प्रशासन गाँव के संग शिविर में कृषि भूमि के आवंटन की कार्यवाही की गई। इस तरह से प्रशासन गाँव के संग अभियान बनवाड़ा वासियो के लिए वरदान साबित हुआ है।
शिविर में कुल 61 काश्तकारों को उनके निरंतर कब्जे काश्त की कुल 117 बीघा भूमि आवंटित की गई। यह आवंटन राजस्थान भू-राजस्व (निष्क्रांत कृषि भूमि का स्थायी आवंटन) नियम, 1963 के अनुसार किया गया है। उक्त आवंटन स्थायी कृषि भूमि आवंटन सलाहकार समिति की राय ली जाकर किया गया।
राजस्व विभाग की नवीनतम संशोधित अधिसूचना दिनांक 23.3.18 अनुसार किसानों को देय राशि में छूट का लाभ देते हुए लघु सीमांत काश्तकारों से आवंटित भूमि की डीएलसी दर से मूल्यांकन की दस प्रतिशत राशि तथा अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति व बीपीएल श्रेणी के कृषकों से पांच प्रतिशत की दर से राशि जमा करते हुए उपखंड अधिकारी द्वारा सनद पट्टा जारी किया गया। ज्ञातव्य है कि क्षेत्रीय विधायक श्री प्रशान्त बैरवा द्वारा भी कस्टोडियन सिवाय चक भूमियों पर वर्षो से काबिज़ किसानों को भूमि आवंटन और खातेदारी देने का मुद्दा विधानसभा में भी उठाया था। पीढ़ियों से कब्जे में रही सिवाय चक कस्टोडियन भूमि के आवंटन पट्टे प्राप्त कर सभी काश्तकार अत्यंत प्रसन्न हुए और मुख्यमंत्री को प्रशासन गाँवो के संग शिविर आयोजित करने हेतु धन्यवाद दिया।