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“डेयरी पशुओं में दुग्ध ज्वर की समस्या” विषय पर ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का हुआ आयोजन।

 

“डेयरी पशुओं में दुग्ध ज्वर की समस्या” विषय पर ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का हुआ आयोजन।

 

अविकानगर-

राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर की ओर से संचालित पशु विज्ञान केंद्र, अविकानगर-टोंक द्वारा आज दिनांक 24 अगस्त 2021 को “डेयरी पशुओं में दुग्ध ज्वर की समस्या” विषय पर ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

जिसमें केंद्र प्रभारी अधिकारी डॉ. मदन मोहन माली ने बताया कि दुग्ध ज्वर की समस्या ज्यादा दूध देने वाले पशुओं में ब्याने के बाद 24 से 72 घंटे के अंतराल में सामान्यत देखने को मिलती है जिसमें पशु का प्रारंभिक अवस्था में शरीर का तापमान बढ़ता है।

उसके बाद सामान्य से कम हो जाता है, पशु गोबर नहीं करता, गर्दन को पेट की तरफ करके बैठ जाता है। इस समस्या से पशु को बचाने के लिए भरपूर हरा चारा, कैल्शियम सप्लीमेंट, पानी में चुने का उपयोग व आहार में खनिज मिश्रण दिया जाना चाहिए। शिविर में बताया कि पशु के ब्याने के अंतिम 3 महीनों में कैल्शियम सप्लीमेंट नहीं देना चाहिए। शिविर के अंत में केंद्र के डॉ. राजेश सैनी व डॉ. नरेंद्र चौधरी ने पशुपालकों के सवालों का समाधान किया। शिविर में 37 पशुपालकों ने भागीदारी निभाई|

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