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ईसरदा बांध का 95 प्रतिशत कार्य पूर्ण, इस मानसून में होगा जल संग्रहण
वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत पत्रकारों को कराया निर्माणाधीन ईसरदा बांध का अवलोकन
टोंक। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा प्रदेश के हर छोर तक सुचारू पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कर रहे है। मुख्यमंत्री के निर्देशन में सवाई माधोपुर और दौसा जिले में पेयजल आपूर्ति की दृष्टि से महत्वपूर्ण ईसरदा बांध का निर्माण कार्य मिशन मोड़ पर किया जा रहा है। बांध के निर्माण का 95 फीसदी कार्य पूर्ण हो चुका है। बांध के पियर्स एवं गेटों का कार्य पूरा हो चुका है। मिट्टी के बांध का आंशिक कार्य ही शेष है।
वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत गुरुवार को सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय की ओर से मीडिया फील्ड भ्रमण का कार्यक्रम रखा गया। इसमें जिला मुख्यालय के पत्रकारों को निर्माणाधीन ईसरदा बांध का अवलोकन कराया गया। जनसंपर्क अधिकारी अपूर्व शर्मा ने बताया कि इस भ्रमण का उद्देश्य जिले में जल संरचनाओं के कार्यों एवं उससे भविष्य में होने वाले लाभ का प्रत्यक्ष अवलोकन कराना था।
ईसरदा बांध परियोजना के अधिशाषी अभियंता विकास गर्ग ने पत्रकारों को बांध के निर्माण कार्य, फिल्टर प्लांट साइट के कार्यों का निरीक्षण कराया। साथ ही, प्रगतिरत कार्यों, प्रभावित परिवारों को भूमि आवंटन, पुर्नवास अवार्ड कार्य की पूर्णता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। भम्रण के दौरान ईसरदा बांध के सहायक अभियंता अभिषेक लसाड़िया, सौरभ सिंह, योगेश कुमार, कनिष्ठ अभियंता खेमराज सैनी, सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय के वरिष्ठ सहायक अक्षय नागरा, जनसंपर्क कर्मी रिजवान अनीस समेत विभिन्न मीडिया संस्थानों के पत्रकार मौजूद रहे।
दो चरणों में निर्माण, प्रथम चरण में पूर्ण भराव स्तर 262 आरएल मीटर तक
ईसरदा बांध बीसलपुर बांध के डाउन स्ट्रीम में ग्राम बनेठा (तहसील उनियारा) टोंक के पास बनास नदी पर बनाया जा रहा है। इसका निर्माण दो चरणों में किया जाना है। प्रथम चरण में डैम का निर्माण पूर्ण भराव स्तर 262 आरएल मीटर (भराव क्षमता 10.77 टीएमसी) तक पूर्ण किया जाएगा। इसमें पानी का भंडारण 256 आरएल मीटर भराव क्षमता 3.24 टीएमसी है। दूसरे चरण में बांध में पूर्ण भराव क्षमता 262 आरएल मीटर तक पानी संग्रहित हो सकेगा।
1 हजार 256 गांवों और 6 शहरों को स्वच्छ पेयजल मिलेगा
आगामी मानसून के दौरान बांध में जल संग्रहित किया जा सकेगा। इसके बाद दौसा के 1 हजार 79 ग्राम और 5 शहरों तथा सवाई माधोपुर के 1 शहर तथा 177 गांवों में पेयजल की सुचारू आपूर्ति हो सकेगी। यह परियोजना जल संकट समाधान के साथ बीसलपुर बांध के अधिशेष पानी और बनास नदी के बारिश के जल का कुशल प्रबंधन भी सुनिश्चित करेगी। साथ ही, ईसरदा बांध से रामजल सेतु लिंक परियोजना (संशोधित पीकेसी-ईआरसीपी लिंक परियोजना) के तहत अन्य बांधों को पेयजल के लिए आपूर्ति हो सकेगी।
बांध निर्माण कार्य की प्रगति
बांध निर्माण में ओवरफ्लों वाले भाग में स्पिलवेय ब्रिज में स्लैब निर्माण का कार्य प्रगतिरत है। अभी तक 28 के विरुद्ध 28 स्लैब डाली जा चुकी है। साथ ही, 28 पीयर्स के विरुद्ध 28 पियर्स वांछित ऊंचाई तक पूर्ण किए जा चुके है। बांध में 84 गर्डर के विरुद्ध 84 गर्डर लॉन्च किए गए है। बांध में 28 ब्लॉक एप्रेन के विरुद्ध 27 ब्लॉक एप्रेन का निर्माण किया जा चुका है। बांध में 28 पावर पैक रूम के विरुद्ध 28 पावर पैक रूम और 28 रेडियल गेट के विरुद्ध 28 रेडियल गेट का निर्माण हो गया है। बांध में 56 हाइड्रोलिक सिलेंडर के विरुद्ध 56 हाइड्रोलिक सिलेंडर भी लगाए जा चुके हैं। मिट्टी के बांध का कार्य लगभग 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। मुख्य बांध का कार्य लगभग 95 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है।