वक्फ बोर्ड की कार्रवाई से 70 लोग बेघर, डिप्रेशन में आई 22 वर्षीय युवती की मौत
जयपुर, 14अगस्त। रामगंज राजस्थान वक्फ बोर्ड ने मस्जिद नगा मियां की कमेटी के साथ मिलकर एक बड़ी कार्रवाई की, जिसके तहत रामगंज इलाके के घोसियों के रास्ते स्थित मस्जिद के आसपास बसे 70 लोगों को उनके घरों से बेदखल कर दिया गया। यह लोग 200 साल से इस 510 गज की जमीन पर रह रहे थे, लेकिन मस्जिद कमेटी और इन निवासियों के बीच लंबी कानूनी लड़ाई के बाद मामला वक्फ बोर्ड के पक्ष में चला गया।
22 वर्षीय युवती की मौत
इस बेदखली के कारण 22 साल की एक युवती, जिसने अपना घर खोने के सदमे में डिप्रेशन में आकर अपनी जान गंवा दी। उसके परिवार ने बताया कि वह अपने घर को छिनते हुए देख नहीं पाई और धीरे-धीरे उसकी तबीयत बिगड़ती गई, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। इस दुखद घटना के बाद से पूरा परिवार और मोहल्ला सदमे में है।
मुस्लिम समाज का विरोध
इस कार्रवाई के खिलाफ स्थानीय मुस्लिम समाज ने मोर्चा खोल दिया है। बेघर हुए लोग मस्जिद के बाहर धरने पर बैठ गए हैं और अपने घर वापस देने की मांग कर रहे हैं। स्थानीय निवासियों और पड़ोसियों का कहना है कि यह कार्रवाई अन्यायपूर्ण है और वक्फ बोर्ड ने इन लोगों के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया है।
वक्फ बोर्ड के खिलाफ आक्रोश
लोगों का कहना है कि वक्फ बोर्ड की इस कार्रवाई से उनके परिवारों का जीवन संकट में पड़ गया है। उन्होंने वक्फ बोर्ड के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है और कहा है कि इन बेघर लोगों को उनके घर वापस मिलना चाहिए।
स्थानीय प्रशासन से अपील
बेघर हुए लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि उनकी समस्याओं को गंभीरता से लिया जाए और उन्हें उनके घरों में फिर से बसाने के लिए उचित कदम उठाए जाएं। उन्होंने वक्फ बोर्ड को बंद करवाने की भी मांग की है और कहा है कि उनके साथ हुए इस अन्याय को तुरंत रोका जाए।यह घटना न केवल वक्फ बोर्ड की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है, बल्कि समाज में उत्पन्न हो रहे असंतोष को भी उजागर करती है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या इन बेघर लोगों को न्याय मिल पाता है।