Breaking News

पत्रकार प्रदेश के समग्र विकास के लिए मिलकर काम करें पत्रकारों के लिए की गई बजट घोषणाओं पर पत्रकारों ने सीएम का जताया आभार

पत्रकार प्रदेश के समग्र विकास के लिए मिलकर काम करें

पत्रकारों के लिए की गई बजट घोषणाओं पर पत्रकारों ने सीएम का जताया आभार
लंबे समय से ग्रामीण पत्रकारों के संघर्ष कर रहे जार की मांग आज पूरी हुई

जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि पत्रकार समाज के प्रहरी और लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के रूप में समाज को जागरूक करने का काम करते हैं। पत्रकार संवेदनशीलता के साथ काम करते हुए निष्पक्षता और पूरी सच्चाई के साथ प्रत्येक घटना को जनता के सामने लाते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार निर्भीकता के साथ काम कर रही इस कौम को और अधिक सशक्त बनाने के लिए निरंतर काम कर रही है।

सीएम ने गुरुवार को आत्मीयता के साथ पत्रकारों, उनके परिजनों पत्रकारों के प्रमुख संगठन और उनके प्रतिनिधियों से आत्मीयता से मुलाकात की। मुख्यमंत्री निवास में करीब एक घंटे तक चले कार्यक्रम में उन्होंने पत्रकारों और उनके परिवार की पीड़ा को जाना। साथ ही विश्वास दिलाया कि वे खुद पत्रकारों की समस्याओं से वाकिफ है। इसे देखते हुए उन्होंने बजट में पत्रकारों के लिए कई घोषणाएं की है जिनमें पत्रकारों के अधिस्वीकरण और उनके बीमारी में इलाज के लिए लाई गई आरजेएचएस स्कीम है।

पत्रकारों की समस्या जानी
शर्मा ने गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास पर परिवर्तित बजट 2024-25 में पत्रकारों के लिए हुई घोषणाओं के आभार समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम शुरू होने से पहले सभी पत्रकारों से परिचय लिया और जाना। समारोह में मुख्यमंत्री ने पिंकसिटी प्रेस क्लब के अध्यक्ष डा. वीरेन्द्र सिंह राठौड़, पूर्व महासचिव रामेन्द्र सिंह पत्रकारों के सबसे बड़े संगठन एनयूजेआई के उपाध्यक्ष विमलेश शर्मा, जार के पूर्व महासचिव संजय सैनी, वर्तमान महासचिव भागसिंह, कोषाध्यक्ष लेशिष जैन समेत बड़ी संख्या में विभिन्न मीडिया संस्थानों से आए पत्रकार शामिल थे। डा. वीरेन्द्र सिंह मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए पत्रकारों की आवास समस्या के समाधान की मांग की। जार के पूर्व महासचिव संजय सैनी ने सीएम को ग्रामीण पत्रकारों की समस्या बताई जिस पर सीएम ने कहा कि ग्रामीण पत्रकार समाचार पत्र की रीढ होता है। उसके जरिए हमें गावों में क्या चल रहा है उसकी खबरें मिलती है। वे खुद विद्यार्थी जीवन में पत्रकार रह चुके हैं। उन्हें पत्रकारों की समस्याओं का पता है। खासकर ग्रामीण पत्रकारों की समस्याओं से वे अच्छी तरह वाकिफ है। वे जानते है इसलिए उन्होंन इस बजट में पत्रकारों का ध्यान रखा है। आगे भी सरकार पत्रकारों के बच्चों, उनके परिवार का ध्यान रखेंगे । सरकारी योजनाओं का लाभ उन तक कैसे पहुंचे उसका भी ध्यान रखा जाएगा।

इस मौके पर मुखयमंत्री भजनलाल ने विश्वास दिलाया कि प्रशासन, राजनीति और पुलिस की तरह पत्रकार भी प्रदेश के समग्र कल्याण तथा विकसित राजस्थान के संकल्प सिद्धि को पूरा करने में जुटे हुए हैं। आगे भी इसी तरह पत्रकार सामाजिक सरोकारों के प्रति जागरूक रहें। साथ ही, समाज के प्रत्येक पहलू को सशक्त बनाने के लिए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
ग्रामीण पत्रकारिता के पर्याय थे स्व. शेखावत
शर्मा ने स्व. बिशन सिंह शेखावत की स्मृति में शुरू किए गए पत्रकार पुरस्कार के बारे में उन्होंने कहा कि पत्रकारों को सम्मान मिलना चाहिए। उन्होंने बिशनसिंह शेखावत का स्मरण करते हुए कहा कि ग्रामीण पत्रकारिता का पर्याय बने शेखावत ने पत्रकारिता के बेहतर मापदण्ड स्थापित किए हैं। उनके ‘आओ गांव चलें’ कॉलम का सभी पाठकों को बेसब्री से इंतजार रहता था। उन्होंने गांव की परम्पराओं, सामाजिक संस्कृति के ताने-बाने तथा ग्रामीणों के हर अनछूए पहलूओं को बड़ी बारीकी से इस कॉलम में दर्शाया था। कलम के समर्पित सिपाही स्व. शेखावत ने कर्मचारियों की आवाज सरकार तक पहुंचाने का काम भी बखूबी निभाया।

अपने पहले ही बजट में पत्रकार कल्याण को प्राथमिकता दी
कार्यक्रम में पत्रकारों ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह पहली बार हुआ है जब राज्य सरकार ने अपने पहले ही बजट में पत्रकार कल्याण को प्राथमिकता दी है। पत्रकारों ने अपनी मांगों की सुनवाई पर मुख्यमंत्री का दिल से आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर पत्रकारों ने श्री शर्मा को साफा, शॉल तथा स्मृति चिन्ह भी भेंट किया। मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के साथ संवाद भी किया। इस दौरान राज्यभर से आए वरिष्ठ पत्रकार मौजूद रहे।
लोकतंत्र के इस स्तंभ को बनाएंगे और सशक्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा शुरू से ही यह मानना है कि पत्रकारिता के क्षेत्र में अच्छा काम करने वाले पत्रकारों का आकलन होना चाहिए। इसलिए सरकार द्वारा इस वर्ष के परिवर्तित बजट में उत्कृष्ट पत्रकारिता करने वाले पत्रकारों के लिए स्व. श्री बिशन सिंह शेखावत पत्रकारिता पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। साथ ही, पत्रकार कल्याण के लिए बजट में स्वतंत्र पत्रकारों के लिए अधिस्वीकरण की आयु सीमा में छूट, अधिस्वीकृत पत्रकारों के लिए राजस्थान जर्नलिस्ट हैल्थ स्कीम सहित विभिन्न कदम उठाए गए हैं। उन्होंने पत्रकारों को आश्वस्त किया कि आगे भी राज्य सरकार लोकतंत्र के इस स्तंभ को और अधिक सशक्त एवं मजबूत बनाने के लिए कार्य करेगी।

Check Also

गन्दगी से जनता हुई त्रस्त, पालिकाध्यक्ष प्रतिष्ठानों के शुभारंभ करने में व्यस्त…?

🔊 इस खबर को सुने Gopal NayakChief Editor गन्दगी से जनता हुई त्रस्त, पालिकाध्यक्ष प्रतिष्ठानों …