70 – 80 साल की उम्र हो गई, बस अंतिम इच्छा है कि मालपुरा जिला बन जाए – धरनार्थी
मालपुरा (टोंक) – मालपुरा को जिला बनाने की मांग को लेकर 192 दिन से लगातार मालपुरा की आमजनता द्वारा आंदोलन किया जा रहा है। आज शनिवार को भी अतिरिक्त जिला कलक्टर निवास के सामने व्यास सर्किल के पास क्रमिक अनशन धरना प्रदर्शन जारी है। जिसमें क्षेत्रवासी धरना स्थल पर बड़ी संख्या में पहुंच कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मालपुरा को जिला बनाने की मांग कर रहे हैं।धरनार्थी रमेश पारीक, कालूराम खटवारिया, पूर्व सरपंच प्रेम कंवर, विमला बुआ ने बताया कि 70 – 80 साल की उम्र हो गई है। मालपुरा को जिला बनाने की मांग को लेकर निरन्तर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। अब जीवन की अंतिम इच्छा यही है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आचार संहिता से पहले मालपुरा को जिला घोषित कर गजट नोटिफिकेशन जारी कर दे। अगर गहलोत सरकार हम सभी मालपुरावासियों की इच्छा को पूरी करते हैं तो हम भी अशोक गहलोत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगामी विधानसभा चुनाव में खड़े रहेंगे। जीवन के 70 – 80 बरस बीत चुके, भगवान ने हर इच्छा पूरी की है अब तो एक ही इच्छा है कि गहलोत जी मालपुरा को जिला घोषित कर दे तो जीवन की कोई इच्छा बाकी नहीं रहेगी। ऐसा नहीं है कि हम गलत मांग कर रहे हैं। मालपुरा ब्रिटिश काल में भी जिला हेडक्वार्टर रह चुका है। जिला बनने की मालपुरा सम्पूर्ण योग्यता को पूरी करता है। वहीं धरनार्थी महावीर बड़गुर्जर ने बताया कि यदि गहलोत सरकार मालपुरा को जिला घोषित करती है तो कई भाजपा के कार्यकर्ता कॉंग्रेस का दामन थामने को तैयार है। युवाओं की बात करें तो मालपुरा को जिला बनाने को लेकर काफी उत्साह है। मालपुरावासियों को जिले की सौगात देकर गहलोत सरकार युवाओं को कांग्रेस की मोड़ सकती हैं। पिछले 30 सालों की अगर बात की जाए तो मालपुरा – टोडारायसिंह विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने एक बार भी जीत दर्ज नहीं की। पिछले 30 सालों के मुकाबले अबकी बार जिले को लेकर क्षेत्रवासियों का झुकाव कांग्रेस की ओर है। ऐसे में यदि गहलोत सरकार मालपुरा को जिला घोषित करती हैं तो कांग्रेस अबकी बार विधानसभा क्षेत्र से भारी बहुमत से जीत दर्ज कर सकती है। इस दौरान समाजसेवी सुरेश दास अजमेरा, महावीर बड़गुर्जर, एड. फारुख कुरेशी, रामप्रसाद जांगिड़, मोंटी जाट, काजी नकवी, बाबु प्रतिहार सहित कई लोग मौजूद रहे।