पालिका प्रशासन की लापरवाही पड़ रही है भारी ?
मालपुरा (टोंक) – नगर पालिका मालपुरा में हुई एसीबी की कार्यवाही के बाद पालिकाध्यक्ष पद पर सोनिया सोनी की जगह आशा नामा को स्वायत शासन विभाग द्वारा कार्यवाहक पालिकाध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया था। तत्कालीन पालिकाध्यक्ष आशा नामा के कार्यवाहक पालिकाध्यक्ष के लगभग 10 महीने के कार्यकाल के दौरान प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत वार्ड नं 4 में मीर कोलोनीवासियों को कब्जे की भूमि के पट्टे वितरित किए गए थे। लेकिन उस दौरान पालिका प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत के चलते ऐसे रसूखदारों और भू माफियाओं को भी पट्टे वितरित कर दिए गए, जिनका पेशा ही खाली पड़ी सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर गरीब तबके के लोगों को ठगना है। पालिका प्रशासन की लापरवाही के कारण ही इन भू माफियाओं के होंसले दिनोंदिन बढ़ते जा रहे हैं। भू माफिया यह बात भी अच्छी तरह जानते हैं कि भू जनप्रतिनिधियों और पालिका प्रशासन की मिलीभगत के चलते एक न एक दिन अवैध अतिक्रमण का पट्टा तो पालिका प्रशासन द्वारा मिल ही जायेगा तो अतिक्रमण करने में किस बात का डर है। वतर्मान में मीर कॉलोनी में अगर गहनता से जांच की जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा कि भू माफिया किस तरह गरीब तबके से मोटी रकम हड़प कर भू अवैध अतिक्रमण कर पालिका प्रशासन के साथ आँख मिचौली का खेल, खेल रहे हैं। यह अतिक्रमणकारी इतने होशियार है कि यह सरकारी जमीन पर कब्जा अपने नाम से नही कर के अपनी पत्नी या बेटी या फिर किसी रिश्तेदार के नाम से करते हैं। ताकि जांच में इनका खुलासा नही हो पाए। मी कॉलोनी में इन दबंग भू माफियाओं द्वारा बड़े बड़े भूखण्डों पर कब्जा किया हुआ है। बड़ी बात यह है कि इन भू माफियाओं द्वारा सरकारी जमीन पर पक्का निर्माण तक कर लिया गया है। अगर पालिका प्रशासन गहनता के साथ इन भू माफियाओं के खिलाफ जांच की कार्यवाही करें तो कई नामचीन हस्तियों के चेहरे बेनकाब हो सकते है। आखिर कब इन भू माफियाओं के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी और कब यह भू माफिया कानूनी शिंकजे में आ पाएंगे यह तो पालिका प्रशासन ही जाने ?