रिपोर्ट – गोपाल नायक
धोखाधड़ी कर जलजीवन मिशन के तहत की गई लाखों रुपए की अवैध वसूली
मालपुरा (टोंक) – ग्रामीण जनता को पेयजल उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से जल जीवन मिशन की घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 15 अगस्त 2019 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर की गई थी। जब इस मिशन की घोषणा हुई उस वक्त देश में 19.27 करोड़ ग्रामीण घरों में से केवल 3.23 करोड़ (17 प्रतिशत) घरों में ही नल से जल मुहैया हो रहा था लेकिन पिछले साढ़े तीन वर्षों के दौरान जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल पहुंचाने के अभियान में अभूतपूर्व सफलता देखने को मिली है। केंद्र सरकार की इस कल्याणकारी योजना में भी भोली भाली ग्रामीण जनता से जनप्रतिनिधियों की सह पर एजेंटों द्वारा नल कनेक्शन के नाम पर लाखों रुपए की अवैध वसूली करने का मामला भी सामने आया है।
मालपुरा उपखण्ड की ग्राम पंचायत चैनपुरा में जल जीवन मिशन के तहत नल कनेक्शन के नाम पर अरनिया, बस्सी, डेचवास, मोतीपुरा, चौसला गांव में जल जीवन मिशन के नाम पर एजेंटों द्वारा लाखों रुपए की अवैध वसूली की गई है। किसान नेता रामबाबू जाट अरनिया ने बताया कि 31 मई 2023 को ग्राम पंचायत चैनपुरा के ग्रामीणों द्वारा विकास अधिकारी मालपुरा सतपाल कुमावत को लिखित में शिकायत कर अवैध वसूली करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने के साथ साथ ली गई राशि पुनः लौटाने के लिए गुहार लगाई गई थी। वहीं ग्रामीणों द्वारा अवैध वसूली कर ठगी करने वाले एजेंटों के विरुद्ध डिग्गी थाने में भी मामले से पुलिस अधिकारियों को अवगत करवाया गया था। नल कनेक्शन के नाम पर ग्रामीणों से 3200 रु की राशि ली गई लेकिन 3000 रु की ही रसीद ग्रामीण जनता को दी गई। आखिर दो सौ रु आम जनता से किस बात के लिए गए। और जो रसीद दी गई है उस पर न तो दिनांक लिखी हुई है और ना ही पैसे लेने वाले व्यक्ति ने हस्ताक्षर कर रखे हैं। कई लोग तो ऐसे भी है जिनसे पैसे भी ले लिए गए और रसीद भी नही दी गई। समाचार पत्रों में खबरें प्रकाशित होने के बाद एजेंटों में हड़कंप मच गया। और एजेंटों के द्वारा ली गई राशि ग्रामीणों को वापस लौटना शुरू कर दिया। जबकि 01 अप्रैल 2023 से जल जीवन मिशन योजना में ली जाने वाली जनसहभागिता राशि न लेने के साथ ही निःशुल्क नल कनेक्शन करने के भी सरकारी आदेश जारी हो रखे हैं। इसके बावजूद भी जनप्रतिनिधियों के कहने पर एजेंटों द्वारा 3200 रु की राशि धोखाधड़ी करते हुए ग्रामीणों से अवैध वसूल किए गए। मामला सामने आने पर ग्राम पंचायत चैनपुरा के ग्राम अरनिया में एजेंटों ने राशि वापस ग्रामीण जनता को लौटाना शुरू कर दिया है। किसान नेता रामबाबू जाट ने बताया कि ग्राम अरनिया में लगभग 6 लाख रु एजेंटों द्वारा ग्रामीण जनता को वापस लौटाए जा चुके हैं। वहीं एक ई मित्र संचालक जो अवैध वसूली करने वाला एक एजेंट है और सरपंच का रिश्तेदार भी है। जब मीडिया ने उक्त ई मित्र संचालक से नल कनेक्शन के नाम पर अवैध वसूली के बारे में पूछा तो उसने स्पष्ट मना कर दिया कि मैने कोई पैसे नही लिए। लेकिन ग्रामीण जनता का कहना है कि उक्त ई मित्र संचालक को ही हमने पैसे दिए हैं। अकेला यही अवैध वसूली करने वाला एजेंट नही है और भी कई ऐसे एजेंट है जिन्होंने अवैध वसूली की है। जब मामला मालपुरा पंचायत समिति के विकास अधिकारी सतपाल कुमावत के पास पहुंचा तो विकास अधिकारी ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए एक जांच कमेटी का गठन करते हुए कहा कि उक्त मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।