बनास महोत्सव के बिल पास करने के लिए मांगी थी एक लाख रु की रिश्वत, नगर परिषद आयुक्त को एसीबी ने किया ट्रैप।
टोंक-
टोंक जिला मुख्यालय स्थित नगर परिषद में रिश्वत के मोटे खेल का भंडाफोड़ करते हुए कल 17 फरवरी शुक्रवार की शाम को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर की टीम द्वारा ट्रिपल ट्रैप करने की कार्रवाई की गई। एसीबी ने दिसंबर माह में बनास महोत्सव में आयोजित कार्यक्रम के भुगतान के मामले में एक लाख रु की रिश्वत लेने के मामले में ट्रैप करने कार्रवाई की गई है। एसीबी ने इस मामले में नगर परिषद आयुक्त अनीता खींचड़ सहित कनिष्ठ लिपिक सलीम मोहम्मद एवं सफाई कर्मी ओम देव नागर को रंगे हाथों ट्रैप किया है।भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुलदीप ने बताया कि परिवादी ने बनास महोत्सव में इवेंट मैनेजमेंट का कार्य किया था। जिसके भुगतान के लिए नगर परिषद आयुक्त अनिता खींचड़ द्वारा एक लाख रु की रिश्वत राशि की मांग की गई थी। एएसपी कुलदीप ने बताया कि पहले इस शिकायत का सत्यापन कराया गया तो यह शिकायत सही पाई जाने पर ट्रैप करने की कार्रवाई की गई है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर के डीवाईएसपी सुरेश पांडे के नेतृत्व में एसीबी की टीम ने नगर परिषद भवन में ट्रैप की कार्रवाई की गई। यहां नगर परिषद के कार्मिक ओम देव नागर से एक लाख की रिश्वत राशि बरामद करने के साथ कनिष्ठ लिपिक सलीम मोहम्मद एवं नगर परिषद आयुक्त अनीता खींचड़ को हिरासत में लेकर सदर पुलिस थाने में ले जाया गया। जहां शेष कार्रवाई पूरी की गई। ट्रैप किए तीनों लोगों को एसीबी कोर्ट अजमेर में पेश किया जाएगा। एसीबी टीम ने संबंधित पत्रावलियों को भी अपने कब्जे में ले लिया है। एसीबी एएसपी हिमांशु ने बताया कि एसीबी मुख्यालय जयपुर को शिकायत मिली थी कि टोंक में हुए बनास महोत्सव के दौरान इवेंट मैनेजमेंट करने वाले से उसकी देय राशि का भुगतान करने के बदले नगर परिषद आयुक्त अनिता खींचड़ द्वारा एक लाख रूपये की रिश्वत मांगी जा रही है। जब मुख्यालय ने इसका सत्यापन करवाया गया तो शिकायत सही पायी गयी। इसको लेकर 17 फरवरी शुक्रवार को ट्रैप कार्रवाई की गई। परिवादी द्वारा एक लाख रूपये की रिश्वत राशि दिये जाने के बाद हमने आयुक्त अनिता खींचड़ व इस मामले में सहयोगी बने कनिष्क लिपिक सलीम मोहम्मद व सफाईकर्मी ओम नागर को गिरफ्तार किया है। संबंधित पत्रावली को भी सीज कर लिया गया है और आगे जांच कार्य प्रक्रियाधिन हैं। रिश्वत कांड में एसीबी की टीम द्वारा आरोपियों के घरों व अन्य ठिकानों पर तलाशी कार्य जारी है।