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जिला प्रशासन हर महीने के अंतिम शुक्रवार को सैनिकों के परिजनों की करेगा सुनवाई।

जिला प्रशासन हर महीने के अंतिम शुक्रवार को सैनिकों के परिजनों की करेगा सुनवाई।

टोंक, 30 नवंबर।

टोंक जिला प्रशासन ने हर महीने के अंतिम शुक्रवार को पूरे दिन सैनिकों के परिजनों की सुनवाई करने का फैसला किया है। राजस्थान सरकार की राज्य स्तरीय सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष श्रीराम सहाय बाजिया ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में टोंक के अतिरिक्त जिला कलेक्टर (एडीएम) शिवचरण मीणा सहित अन्य अधिकारियों से मुलाकात के दौरान यह आग्रह किया था।

बाजिया बुधवार को टोंक के दौरे पर रहे। उन्होंने जिला सैनिक कल्याण अधिकारी उमराव सिंह से मुलाकात की और सैनिकों एवं वीरांगनाओं से संवाद एवं सम्मान कार्यक्रम में हिस्सा लिया। बाजिया ने कलेक्ट्रेट सभागार में अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए अभूतपूर्व कार्य किए है।

उन्होंने कहा कि सैनिक कल्याण योजनाओं के बारे में जागरूकता पैदा करने और उन्हें सैनिकों तक पहुंचाने के लिए उनका डिजिटल डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन से सैनिकों और उनके परिजनों की सुनवाई के लिए महीने में एक दिवस तय करने का आग्रह किया। उनके इस आग्रह को एडीएम शिवचरण मीणा ने स्वीकार कर हर महीने के आखिरी शुक्रवार को पूरे दिन सैनिकों के परिवारजनों की सुनवाई के लिए निश्चित करने की घोषणा की।
एडीएम शिवचरण मीणा ने कहा कि सैनिक को सेवानिवृत्ति के बाद संबल की ज्यादा जरूरत होती है। उन्होंने जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को निर्देश दिए कि कार्यालय में पंजीकृत करीब 1300 सैनिकों की सूची प्रशासन को मुहैया कराई जाए ताकि उन्हें विभिन्न कार्यक्रमों में आमंत्रित कर सम्मान दिया जा सके।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने कहा कि 7 दिसंबर को सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस साल भारत सरकार ने पूरे दिसंबर माह को गौरव माह के रूप में मनाने का फैसला किया है।

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