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जिला कलेक्टर ने जर्जर, क्षतिग्रस्त भवनों के सघन निरीक्षण की ब्लॉकवार समीक्षा की
जल बहाव क्षेत्रों से दूर रहने के लिए लोगों से करें समझाइश
टोंक। जिले में बनास, सहोदरा एवं माशी नदियों में जल आवक बढ़ने और छोटे-बड़े बांधों के ओवरफ्लों होने की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड़ पर है। मंगलवार को जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल एवं पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा ने भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र में ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। इसमें सरकारी जर्जर भवन, स्कूल, आंगनबाड़ी के निरीक्षण की प्रगति एवं सुरक्षात्मक उपाय, अतिवृष्टि से बचाव एवं जिले में हुई जनहानि में मृतकों के आश्रितों को आर्थिक सहायता के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने कहा कि सभी उपखंड अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में नदियों के बहाव क्षेत्र एवं जल स्त्रोतों का जल स्तर बढ़ने के कारण सड़क मार्गों, रपटों, पुलिया आदि पर सुरक्षात्मक उपाय करंे। साथ ही, आमजन को बहाव क्षेत्रों में नहीं जाने के लिए जागरूक करें। साथ ही, पूर्व में हुए हादसों के स्थानों को चिन्हित कर वहां विशेष निगरानी रखे। इसके लिए बैरिकेडिंग एवं अन्य सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित करें। सभी ब्लॉक स्तरीय अधिकारी टीम भावना से कार्य करें। जिला कलेक्टर ने बीसलपुर बांध के अधिशासी अभियंता मनीष बंसल को निर्देश दिए कि बीसलपुर बांध पर आने वाले लोगों को बांध एवं पानी के आसपास नहीं जाने के लिए माइक से मुनादी कराकर जागरूक करें। जिला कलेक्टर ने देवली के उपखंड अधिकारी एवं पुलिस उपाधीक्षक को मोती सागर बांध पर विशेष एतिहात बरतने एवं लोगों को बांध के ऊपर नहीं जाने की समझाइश कराएं। साथ ही, ऊपर की ओर जाने वाली सीढ़ियों के रास्तों को बंद करें।
जिला कलेक्टर ने ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों द्वारा किये जा रहे जर्जर, क्षतिग्रस्त, मरम्मत योग्य, नकारा एवं अनुपयोगी भवनों की जानकारी लेकर समीक्षा करते हुए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश प्रदान किए। जिला कलेक्टर ने विद्यालयों, छात्रावासों, आंगनबाड़ी के अंतर्गत असुरक्षित भवन अथवा कक्ष में किसी भी स्थिति में कक्षा संचालन नहीं करने तथा वैकल्पिक व्यवस्था करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी उपखंड अधिकारी सुनिश्चित करें की उनके क्षेत्र में स्थित भवनों का सर्वे यथाशीघ्र पूरा कर लिया जाएं।
पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा ने कहा कि जिले में औसत से अधिक वर्षा को देखते हुए ब्लॉक स्तरीय अधिकारी प्रो एक्टिव होकर कार्य करें। जल बहाव वाले सड़क मार्गों पर बैरिकेटिंग करते समय यह भी सुनिश्चित करें कि डायवर्जन किये गए मार्गों की सूचना लोगों को दी जाएं। नदियों, झरनों एवं बांधों के पिकनिक स्पॉट पर विशेष निगरानी रखे। संवेदनशील स्थानों की स्वयं जाकर विजिट करें।
बैठक में एडीएम रामरतन सौकरिया, सीईओ परशुराम धानका, एडीएम बीसलपुर भूपेंद्र यादव, उपखंड अधिकारी हुक्मीचंद रोहलानिया, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण एचएल मीणा, आरएसआरडीसी के परियोजना निदेशक लोकेश गुप्ता, महिला एवं बाल विकास की उपनिदेशक सरोज मीणा, डीईओ राजेश शर्मा एवं भंवर लाल कुम्हार समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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