विधवा मां के भात भरके लड़की की शादी में किया कन्यादान
मालपुरा (टोंक) – दूसरों को मदद करके इंसान को जो सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त होती हैं। वह कहीं और नहीं मिलती है। जितनी अजीब बाहर की दुनिया है, उससे भी ज्यादा अजीब हमारे अंदर की दुनिया है। इंसान अपनी जिन्दगी में हर कार्य अपने सुख व भोतिक संसाधनों से आनंद प्राप्त करने के लिए करता हैं। उसे अपनो ओर अपनों के अलावा कुछ भी दिखाई नहीं देता है। फिर भी कुछ उदाहरण ऐसे मिल जाते हैं जिससे लगता है शायद आज इंसानियत जिंदा है। यकीन मानिए उन लोगो को ईश्वर भी देता हैं, जो जरूरतमंद की मदद करते है। इस जीवन में सबको मरना है ओर सब यहीं सब छूट जाएगा। ऐसे ही मदद ओर इंसानियत का उदाहरण पेश किया है मानव मित्र मण्डल सेवा संस्थान मालपुरा के सदस्यों ने, जिन्होने एक विधवा माॅं की लड़की की शादी में भात भरकर व कन्यादान किया जिसकी चर्चा चारों और हो रही है।
मालपुरा उपखण्ड के टोंक जिले के ग्राम पचेवर में गरीब मिनाक्षी की शादी शुक्रवार 15 दिसम्बर को फूलेरा तहसील के रोजडी निवासी मोहन कांसोटिया के साथ सम्पन्न हुई। शादी में मानव मित्र मण्डल सेवा संस्थान मालपुरा ने मायरा (भात) की रस्म निभाते हुए कन्यादान कर उपहार भेंट किया। संस्थान संस्थापक/अध्यक्ष नोरत मल वर्मा ने बताया कि मिनाक्षी की मां का पत्र संस्थान को मदद के लिए प्राप्त हुआ था। तथा संस्थान के सदस्यों ने मिनाक्षी की पारिवारिक, आर्थिक स्थिति की जांच करके सोशल मीडिया पर मुहिम चलाई। जिसमें लोगों ने सहयोग राशि व उपहार प्रदान किए। मिनाक्षी के परिवार में विधवा मां के साथ दो बहिनें भी है। जिसमें मिनाक्षी सबसे बड़ी बेटी है तथा दोनों बहनों के सिर से पिता का साया एक लम्बी बिमारी के चलते इसी साल उठ गया था। परिवार का गुजारा लड़की की मॉं चन्द्रकला देवी मजदूरी करके घर का खर्चा चलाती है तथा दोनों बहनों का पालन-पोषण करती है। मिनाक्षी के लग्न के समय सामाजिक रस्में निभाने के लिए पैसे नहीं थे, तो संस्थान के अध्यक्ष को पत्र लिखा। जिसके बाद मानव मित्र मण्डल संस्थान के सदस्यों ने जन सहयोग से राशि एकत्रित कर भात भरके, कन्यादान किया। लड़की की मॉं व वधु को ओढणी ओढ़ाकर, मिठाई देकर भात भरा। लड़की की माॅं ने संस्थान के सभी सदस्यों को तिलक लगाकर रक्षासूत्र बांधा और मायरे की रस्म अदा की।
संस्थान सचिव संजय कुमार पाराशर ने बताया कि इस शादी में पच्चीस हजार पांच सौ इक्यावन 25551/- रूपये का चेक, एक सिंगल बेड, मय गद्दा,आलमारी, कम्बल, मिक्सी,कूलर,प्रेस, कपड़े, बर्तन, कुर्सी सेट,घड़ियां तथा घरेलू उपयोगी सामान बर्तन उपहार भेंट किए जो आमजन के सहयोग से प्राप्त हुए थे। शादी में भामाशाहों ने दिल खोलकर कन्यादान किया। शादी में पहुंचे सभी महिलाएं मंगल गीत गा रही थी ‘बीरो भात भरण ने आयो रे’ जो कि नरसी जी के मायरे की याद दिला रहा था। मानव मित्र मण्डल सेवा संस्थान मालपुरा के इस कार्य की प्रशंसा व चर्चा टोंक जिलें में ही नहीं पूरे राजस्थान में हो रही है। वही दूसरी और समाजसेवी महेंद्र कुमार शर्मा ने इस शादी में ग्यारह हजार रुपए की आर्थिक मदद की। इस इस दौरान संस्थान संस्थापक नोरत मल वर्मा , सचिव संजय पाराशर, उडान मानव सेवा समिति अध्यक्ष गजेंद्र बोहरा, एडवोकेट अशोक कुमार साहू पचेवर, विकलांग सेवा समिति अध्यक्ष ज्ञानवीर सिंह ,संस्थान सदस्य पदमचन्द सांटीवाल, समाजसेवी महेन्द्र कुमार शर्मा, पूर्व सीआर गुलाब मोहम्मद, गोविन्द फुलवारिया मालपरा, राजेश बैरवा बिलेड़ा, रामनारायण नेताजी , रामनिवास यादव, विष्णु शर्मा, रामफूल गणवर, वार्डपंच हनुमान बोहरा, त्रिलोकचन्द उज्जेनिया, सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।