कृषि ऑडिटोरियम में जिला स्तरीय युवा महोत्सव कार्यक्रम आयोजित
टोंक, 8 अगस्त। राजस्थान के युवाओं को मंच प्रदान करने, उनकी प्रतिभा को निखारने एवं राज्य की दुर्लभ लोक कला व संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए जिला स्तरीय राजस्थान युवा महोत्सव का आयोजन मंगलवार को कृषि ऑडिटोरियम में किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी मीना लसारिया ने बताया कि कार्यक्रम में सामूहिक लोकनृत्य, सामूहिक लोक गायन, नाटक, शास्त्रीय नृत्य कथक, भरतनाट्यम, ओडीसी, मणिपुरी, कुचिपुड़ी, शास्त्री एकल गायन, हिंदुस्तानी गायन, आशुभाषण, समूह चर्चा, स्लोगन, कविता लेखन, शास्त्रीय वाद्य यंत्र, सितार, बांसुरी, तबला, मृदंग, वीणा, हारमोनियम, गिटार, योगा, मार्शल आर्ट चित्रकला, पोस्टर बनाना, फोटोग्राफी, मिट्टी मॉडलिंग, भित्ति चित्र, थीम बेस्ड स्किट लुप्त व दुर्बल कला, रावणहत्ता, रम्मत, सारंगी, वायलिन, अलगोजा, मांडना, फड़, कठपुतली, खड़ताल, मोरचंग एवं भपंग प्रतियोगिताओं में विजेता रहे प्रतिभागी राज्य स्तर में भाग लेंगे।
उन्होंने कार्यक्रम में राजस्थान युवा महोत्सव की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि राज्य सरकार की बजट घोषणा सत्र 2023-24 के बिंदु संख्या 47 के क्रियान्वयन के लिए राजस्थान की लुप्त हो रही परम्परागत लोक संस्कृति एवं कला विधाओं को संरक्षण एवं प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि युवा महोत्सव में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त 15 से 29 आयु वर्ग के युवा कलाकारों को जिला स्तरीय कला रत्न पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र प्रदान किये जायेंगे।
एडीईओ सीताराम साहू ने बताया कि नाटक, सामूहिक लोक नृत्य ,सामूहिक गान, एकल गान व शेष रही प्रतियोगिताओं का आयोजन शुक्रवार, 11 अगस्त को सेंट सोल्जर सीनियर सेकेंडरी स्कूल ताल कटोरा में किया जाएगा।
युवा बिना किसी भय के अधिक से अधिक मतदान करंे
कार्यक्रम के अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी देशलदान ने कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप अपनी प्रतिभा का अच्छा प्रदर्शन कर राज्य एवं जिले का नाम रोशन करें। सीईओ ने युवा महोत्सव को युवा कलाकारों के लिए एक संजीवनी के समान बताया। साथ ही, उन्होंने युवा महोत्सव में आए सभी विद्यार्थियों एवं प्रतिभागियों को बिना किसी भय के अधिक से अधिक मतदान करने की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में एसीईओ मुरारी लाल शर्मा, मीना लसारिया, एडीईओ सीताराम साहू, भंवरलाल कुम्हार ,वीना जाटोलिया, रेणु मंगल, गजेंद्र सिंह, द्वारका प्रसाद प्रजापत, विष्णु कांत शर्मा, बनवारी लाल बैरवा, गजेंद्र चौधरी एवं ओमप्रकाश उपस्थित रहे।