हर सुख – दुःख में आपके साथ खड़ी रहूंगी- रानी चौधरी
मालपुरा (टोंक) – महिला कोंग्रेस कमेटी जयपुर जिला देहात की जिला उपाध्यक्ष, राजस्थान जाट महासभा की प्रदेश उपाध्यक्ष व समाज सेविका रानी चौधरी ने मालपुरा उपखण्ड क्षेत्र के गांव-गांव में जाकर ग्रामीणों से जनसंपर्क किया। पारली पंचायत में जनसम्पर्क के दौरान रानी चौधरी का जगह जगह ग्रामीण महिला पुरुषों द्वारा जोरदार स्वागत सम्मान किया गया। गांव के बड़े बुजुर्गों ने चौधरी को आशीर्वाद देते हुए कहा कि आप महिला शक्ति हो, एक महिला जब पूरे परिवार और समाज की संपूर्ण जिम्मेदारियां अपने कंधों पर उठा सकती है तो चुनावी जिम्मेदारी क्यों नहीं ?
विधानसभा क्षेत्र के लोग भी आपका परिवार है। अबकी बार नारी शक्ति को जनता अपना जनप्रतिनिधि जरूर चुनेगी। ईश्वर से कामना करते हैं कि अबकी बार नारी शक्ति की विजय हो। इस दौरान रानी चौधरी ने कहा कि आपके आशीर्वाद की लाज मैं जरूर रखूंगी। और आप सभी ने मुझ पर जो विश्वास जताया है उस पर खरा उतरने की हर सम्भव कोशिश करूँगी। सुख में तो सब साथ देते हैं लेकिन मैं आपके हर सुख दुःख में आपके साथ खड़ी रहूंगी। मालपुरा टोड़ा क्षेत्र की जनता मेरी अपनी है, बेटी बनकर सेवा करूँगी और बहू बनकर काम करूँगी।
उल्लेखनीय है कि मालपुरा टोड़ा विधानसभा से चुनाव लड़ने के सपने देखने वाले कई उम्मीदवार है। लेकिन मालपुरा को जिला बनाने की मांग कोई उम्मीदवार नही कर रहा है। जबकि मालपुरा टोड़ा की जनता चाहती है कि मालपुरा को गहलोत सरकार जिला घोषित करें। आखिर चुनाव में जीत के सपने देखने वाले उम्मीदवार क्यों नहीं कर रहे हैं मालपुरा को जिला बनाने की मांग का समर्थन ? क्या मालपुरा टोड़ा के प्रति उन प्रत्याशियों का प्रेम मात्र दिखावा है या फिर चुनावी प्रेम। महिला कोंग्रेस कमेटी जयपुर जिला देहात की जिला उपाध्यक्ष, राजस्थान जाट महासभा की प्रदेश उपाध्यक्ष व समाज सेविका रानी चौधरी एकमात्र ऐसी प्रत्याशी के तौर पर दिखाई दी जिसने मालपुरा को जिला बनाने की मांग को सर्वोपरि रखा है।
जब भी रानी चौधरी उपखण्ड क्षेत्र में जनसम्पर्क पर आती है तो धरनास्थल और धरनार्थियों से मिले बगैर नही जाती। रानी चौधरी ने तो आश्वासन भी दिलाया कि शीघ्र ही मुख्यमंत्री से धरनार्थियों की मुलाकात करवाकर पुरजोर तरीके से जिला बनाने की मांग मुख्यमंत्री से करेंगे। बाकी सभी ऐसे प्रत्याशी जो विधानसभा से चुनाव लड़ने का सपना देख रहे हैं, पता नही उन सबको जिला बनाने की मांग करने व धरनास्थल पर आकर जिले की मांग का समर्थन करने में क्यों हिचकिचाहट महसूस होती है।