पालिका पार्षदों का यह कैसा दोहरा रवैया ? पहले किया विरोध अब छवि खराब करने का विभिन्न समाजों पर लगाया आरोप
मालपुरा (टोंक) – मालपुरा नगर पालिका पार्षदों का यह कैसा दोहरा रवैया ? पालिका पार्षदों ने पहले विभिन्न समाजों के सामुदायिक भवन निर्माण को लेकर विरोध किया और आपत्ति दर्ज करवाई। अब पालिका पार्षदों ने पालिका ईओ को मंगलवार को ज्ञापन देकर विभिन्न समाजों पर यह आरोप लगाया है कि विभिन्न समाज द्वारा पार्षदों की छवि खराब करने की मंशा से ज्ञापन दिए जा रहे हैं। अब इन पालिका पार्षदों को कौन समझाए कि आपको पार्षद की कुर्सी पर बिठाने वाली यह आमजनता ही है। देश मे लोकतांत्रिक व्यवस्था है। लोकतंत्र में प्रजा ही राजा होती है। चाहे पार्षद हो या पालिकाध्यक्ष सब जनप्रतिनिधि है। जनता ने पार्षदों को इसलिए चुना है कि पार्षद शहर का विकास करे। आमजनता की आवाज सरकार तक पहुंचाए। लेकिन मालपुरा नगर पालिका के कुछ पार्षदों ने तो उल्टा आमजनता पर ही यह आरोप लगा दिया कि विभिन्न समाज ज्ञापन देकर पार्षदों की छवि खराब कर रहे हैं। क्या विकास कार्यों को लेकर आमजनता ज्ञापन नहीं दे सकती। क्या मालपुरा की जनता को शहर के लिए विकास कार्यों की मांग करने का भी अधिकार नही है। उल्लेखनीय है कि मालपुरा नगरपालिका पार्षदों ने 21-04-2023 को आयोजित साधारण सभा की बैठक की विडियो ग्राफी की सी. डी. उपलब्ध कराने की मांग को लेकर पालिका ईओ राजपाल बुनकर को ज्ञापन सौपा। पार्षदों ने बताया कि विभिन्न समाजों को उकसाकर गलत रूप से ज्ञापन दिलाकर पार्षदों की छवि खराब जा रही है। ज्ञापन में बताया गया कि हमारा विरोध सामुदायिक भवन निर्माण को लेकर नही है। बोर्ड बैठक में बिना चर्चा किए जोड़े गए प्रस्ताव से है। उल्लेखनीय हैं कि पूर्व में पार्षदों द्वारा विरोध करते हुए पालिका ईओ को ज्ञापन सौंपकर अवगत करवाया था कि बोर्ड मिटिंग दिनांक 21.04.2023 में बिना चर्चा के जोड़े गये प्रस्तावों को हटाया जाए। दिनांक 21.04.2023 को बोर्ड बैठक थी जिसमें प्रस्ताव संख्या 01 में सिन्धी समाज, ब्राहमण समाज, खटीक समाज, सोनी समाज, माली समाज, खारोल समाज, मेहमान खाने में व अन्य जगह सामुदायिक भवन निर्माण की कार्य करवाने के प्रस्ताव लिखे गये है। उक्त प्रस्तावों बाबत नगरपालिका बोर्ड बैठक में कोई चर्चा नहीं की गई है। उक्त प्रस्ताव जोड़ दिये गये। जिसमें हम सभी पार्षदों की आपत्ति है। पार्षदों के द्वारा सामुदायिक भवन निर्माण का विरोध कर और आपत्ति दर्ज करवाने के बाद मालपुरा शहर के कई समाजों में आक्रोश व्याप्त हो गया था और विभिन्न समाज के लोगो द्वारा पालिकाध्यक्ष सोनिया सोनी को मांग पत्र सौंपकर सामुदायिक भवन निर्माण करवाये जाने की मांग भी की गई थी।