सांसद की अध्यक्षता में दिशा की बैठक संपन्न।
टोंक, 16 मई। टोंक-सवाई माधोपुर सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। बैठक में जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल, जिला परिषद के सीईओ देशलदान, एसीईओ मुरारी लाल शर्मा, विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
सांसद जौनापुरिया ने दिशा की पिछली बैठक में विभागों को दिए गए निर्देशों की अनुपालना रिपोर्ट की समीक्षा की। सांसद ने जिले में पेयजल की समस्या को गंभीरता से लेते हुए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) के अधीक्षण अभियंता (एसई) से पेयजल की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। एसई ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत वृहद परियोजना में 79 और ओटीएमपी में 52 गांवों में 100 फीसदी नल कनेक्शन किए जा चुके हैं। इनमें से 9 गांवों की पेयजल व्यवस्था का हस्तांतरण ग्राम पंचायतों को कर दिया गया है।
सांसद जौनापुरिया ने एसई से गर्मियों के मौजूदा सीजन में पेयजल की आपात व्यवस्था के बारे में भी पूछा। एसई ने बताया कि आपात व्यवस्था के लिए जलदाय विभाग की पूरी तरह मुस्तैद है। टोंक शहर की पेयजल व्यवस्था के बारे में अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि आरयूआईडीपी ने पेयजल आपूर्ति का नया बुनियादी ढांचा तैयार कर दिया है, लेकिन अभी पुराने सिस्टम से ही जलापूर्ति हो रही है।
सांसद जौनापुरिया ने आरयूआईडीपी के अक्षीक्षण अभियंता की गैर मौजूदगी पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने अधिशासी अभियंता हरिसिंह मीणा से सवाल किया कि टोंक में आरयूआईडीपी के कामों के लिए 85 फीसदी धन मुहैया कराए जाने के बाद भी काम पूरा क्यों नहीं हुआ। उन्होंने जल्द काम पूरा करने का निर्देश दिया।
सांसद ने कहा कि उन्होंने मातृ एवं शिशु चिकित्सालय के दौरे में पाया कि मरीजों के बेड पर बेडशीट ही नहीं हैं। इसे लेकर उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीएल मीणा पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने अस्पताल की सफाई व्यवस्था और वार्ड बॉय की उपलब्धता को लेकर भी असंतोष जाहिर किया।
सांसद जौनापुरिया ने खनिज विभाग के अधिकारी से जिले में बजरी की लीज एवं खनन के बाद पौधारोपण को लेकर जानकारी ली। अधिकारी ने बताया कि जिले में 283 लीज हैं। लीज धारकों को 3 मीटर गहराई तक बजरी के खनन की मंजूरी होती है और उन्हें बजरी निकाले गए क्षेत्र में पौधारोपण करना होता है। सांसद ने खनिज अधिकारी से डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट की ओर से किए जाने वाले विकास कार्यों के बारे में भी जानकारी ली।
उन्होंने एनएचएआई के अधिकारी से कहा कि आवारा पशुओं की वजह से राजमार्गों पर दुर्घटनाएं हो रही हैं। ऐसे में एनएचएआई की मोबाइल वैन का राजमार्ग पर गश्त जरूरी है। उन्होंने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) भवानी सिंह राठौड़ से कहा कि पुलिस नाकों पर बजरी बिखरी होने से दुर्घटनाएं होती हैं। ऐसे में पुलिस नाकों पर सड़क पर बजरी बिखरी नहीं होनी चाहिए।
ट्रकों में बजरी को तिरपाल से ढंककर ही परिवहन होना चाहिए। उन्होंने एएसपी से अवैध शराब पर अंकुश लगाने को कहा। सांसद ने टोंक में सफाई के काम का टेंडर देने के लिए शहर को 15 जोन में बांटने पर आयुक्त से जानकारी ली। उन्होंने जिला परिवहन अधिकारी से ओवरलोड ट्रकों से राजमार्ग टूटने और एवं चालान के बारे में जानकारी ली। जिला कलेक्टर ने नगर परिषद आयुक्त धर्मपाल जाट को निर्देश दिया कि शहर में लगी सभी रोड़ लाइटें चालू होनी चाहिए।