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खनन विभाग की लापरवाही के चलते खान मालिक कूट रहे चांदी।

ग्रामीण दहशत में बिता रहे हैं जीवन, कई मकानों में आई दरारें।

मालपुरा (टोंक) – एक ऐसा गांव जहां ग्रामीण दहशत में अपना जीवन जी रहे हैं। रात में लोग घरों में सोने से भी डरने लगे हैं। टोंक जिले के मालपुरा तहसील की ग्राम पंचायत डूंगरी कला के डूंगरी खुर्द गांव के ग्रामीण दहशत में अपना जीवन जी रहे हैं। कारण है गांव के पास में संचालित खनन माइंस। ग्रामीणों ने बताया कि खनन माइंस में की जाने वाली तेज ब्लास्टिंग से कई मकानों में दरारे आ चुकी है। पूरा गांव तेज ब्लास्टिंग के कारण अपना जीवन डर के माहौल में जी रहा है। पता नहीं कब मकान ढह जाए और बड़ा हादसा हो जाए। डूंगरी खुर्द में संचालित खनन माइंस द्वारा खनिज विभाग की लापरवाही के चलते नियमों को ताक में रखकर खनन किया जा रहा है। ओवरलोडिंग वाहनों के कारण सड़कें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। खान मालिकों के द्वारा ग्रेवल सड़क पर पानी का छिड़काव नहीं करने से वाहनों से उड़ने वाली बेशुमार धूल से ग्रामीणों का अपने खेतों में आना जाना भी मुश्किल हो गया है। ग्राम पंचायत सरपंच शंकर भडाणा ने बताया कि खान मालिकों द्वारा नियमों की अनदेखी की जा रही है। ना तो खान मालिकों ने पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए पौधे लगाए और ना ही सड़क पर पानी का छिड़काव करते हैं। जिसके कारण ग्रामीणों को दमा, टीबी जैसी गंभीर बीमारियां होने का खतरा बना हुआ है। वाहनों में लोडिंग के समय सुरक्षा बेल्ट का उपयोग नहीं करने से कई बार पत्थर के बड़े ब्लॉक रोड पर गिर जाते हैं। जिससे भी कोई बड़ा हादसा होने का डर बना हुआ रहता है। ब्लास्टिंग ओर वाहनों से उड़ने वाली धूल और पत्थरों से आसपास के क्षेत्र बंजर होते जा रहे हैं। ग्रामीणों के द्वारा कई बार प्रशासन को अवगत करवाया गया लेकिन प्रशासन ने आज तक खान मालिकों के विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। सरपंच भडाणा ने बताया कि चरागाह भूमि की बात करें तो इन खान मालिकों द्वारा अवैध रूप से पत्थर डालकर चारागाह भूमि पर कब्जा किया हुआ है। जिससे ग्रामीणों के मवेशियों को चारा करने के लिए भी दर दर भटकना पड़ रहा है। जल्द ही जिला कलेक्टर से मिलकर मामले से अवगत करवाया जाएगा।

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