ड्रोन तकनीक अपनाने से फसल उत्पादन में वृद्धि।
टोंक, 19 जनवरी।
उनियारा तहसील के ग्राम गोविंदपुरा में ड्रोन के माध्यम से नैनो यूरिया का ट्रायल एवं ड्रोन तकनीक का सजीव प्रदर्शन किसानों ने उत्साह के साथ देखा। कृषि विस्तार के सहायक निदेशक बीएल यादव ने बताया की परम्परागत खेती के स्थान पर नई तकनीक खेती में अधिक उपयोगी है। उन्होंने बताया कि ड्रोन के माध्यम से स्प्रे का मुख्य लक्ष्य खेती में नई तकनीकी एवं कम लागत से आय बढ़ाना और समय की बचत करना है। उन्होंने किसानों से कहा कि ड्रोन मैन्युअल छिडकाव की तुलना में तेजी से कीटनाशकों और उर्वरकों का छिड़काव करता है, किसानों को ड्रोन सब्सिडी पर उपलब्ध कराये जायेगें। इफको के मुख्य क्षेत्र प्रबन्धक अजय गुप्ता ने कहा कि फसलों की पैदावार बढाने के लिए यूरिया ज्यादा काम में लेने के कारण कृषि भूमि की उर्वरा शक्ति कम होती है। प्रगतिशील कृषक कृष्ण कुमार सेन ने बताया कि उन्होंने नैनो यूरिया का स्प्रे सरसों की फसल में किया था जिससे ज्यादा फूटान हुई जिससे ज्यादा पैदावार बैठेगी। इस अवसर पर सहायक कृषि अधिकारी ओम प्रकाश खींची, ढिकोलिया सहकारी समिति व्यवस्थापक मुकेश, समिति अध्यक्ष घनश्याम शर्मा, खेलनिया सरपंच नेमीचंद मीना सहित अन्य कृषक मौजूद थे।