अविकानगर में ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर आयोजित।
टोंक, 16 दिसंबर।
राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर द्वारा शुक्रवार को अविकानगर मालपुरा में पशुओं में खुरपका-मुंहपका रोग की रोकथाम एवं उपचार विषय पर ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। केंद्र के डॉ. रोहित कुमार तिवाड़ी ने बताया कि यह रोग गाय, भैंस, भेड़, बकरी में देखने को मिलता है एवं इस रोग के निम्न लक्षण होते है जैसे-पशु के मुंह और खुरों में घाव बन जाना, बुखार आना, मुंह से लार टपकना, आंखों व नाक से पानी आना आदि। शिविर में पशुपालकों को इस रोग के उपचार के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह रोग मुख्य रूप से मौसम में बदलाव होने से पशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आने से होता है। इस बीमारी के उपचार के लिए घावों पर लाल दवा का उपयोग करें तथा पशु में रोग प्रतिरोधक क्षमता वर्धक दवाइयों का इस्तेमाल कर उनका टीकाकरण करना चाहिए।