शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार एवं मिशन प्रेरणा अराईज को लेकर जिला कलेक्टर ने ली बैठक।
टोंक, 13 दिसंबर।
जिले के राजकीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार एवं प्रभावी मॉनिटरिंग को लेकर मंगलवार को जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल की अध्यक्षता में जिला स्तरीय निष्पादक समिति की मासिक समीक्षात्मक बैठक हुई।
जिला कलेक्टर ने मिशन प्रेरणा अराईज में शिक्षा की गुणवत्ता पर नवंबर माह में हुए पाक्षिक आकलन के आधार पर आगामी शिक्षण कार्य कराने पर जोर दिया। जनवरी 2023 के दूसरे सप्ताह में मिड-टर्म व जनवरी के प्रत्येक शनिवार को माइनर टेस्ट व अंतिम शनिवार को मेजर टेस्ट कराने के निर्देश दिए। विद्यार्थियों के नियमित विद्यालय आने की मॉनिटरिंग के लिए विद्यालयों में संधारित की जाने वाली दूरभाष पंजिका के संधारण की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इससे शिक्षक, बच्चे एवं अभिभावक के बीच व्यक्तिगत संपर्क एवं संवाद बनाए रखने में मदद मिलती हैं।
मिशन लक्ष्य साधना की समीक्षा के दौरान जिला कलेक्टर ने विद्यार्थियों के कैरियर काउंसलिंग व कैरियर गैलरी के निर्माण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कैरियर काउंसलिंग के लिए बनाई गई टीमे छात्र-छात्राओं को उनकी रूचि के अनुसार सही मार्गदर्शन प्रदान करंे।
जिला कलेक्टर ने इंग्लिश स्पोकन में शिक्षकों को दक्ष करने के लिए ट्रेनिंग सेशन वं टेक्नोलॉजी का उपयोग करने पर जोर दिया। साथ ही शिक्षक स्वयं भी मोबाईल पर इंग्लिश स्पोकन के एप डाउनलोड कर अपनी दक्षता बढ़ा सकते हैं। जिला कलेक्टर ने कहा कि जिन विद्यालयों में स्मार्ट क्लासरूम विकसित हैं, वहां डिजिटल रिसोर्स का उपयोग कर शिक्षण कार्य कराया जाएं। कठिन टॉपिक को विजुअल कंटेंट के माध्यम से समझाएं।
बैठक में नो बैग डे, खेल मैदान, उजियारी पंचायत, मिड-डे मील, राजस्थान में शिक्षा के बढ़ते कदम एवं समग्र शिक्षा अभियान में संचालित विभिन्न गतिविधियों की प्रगति की भी समीक्षा की गई। इस दौरान उपखंड अधिकारी मालपुरा रामकुमार वर्मा, सीडीईओ कैलाशचंद कोली, डीईओ मीना लसाड़िया, एडीपीसी रमेश सिंह सीबीईओ टोंक सीताराम गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।