बाल विवाह रोकथाम मे युवाओं की भूमिका विषय पर दिया प्रशिक्षण।
टोंक-
राजकीय कन्या महाविद्यालय मे राष्ट्रीय सेवा योजना स्वंयसेवकों के साथ आयोजित सात दिवसीय शिविर के अर्न्तगत आज शिव शिक्षा समिति रानोली युनिसेफ द्वारा संचालित युवा पहल परियोजना के तहत बाल विवाह विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
प्रशिक्षण के दौरान परियोजना अधिकारी सीताराम शर्मा ने विवाह क्या होता है, विवाह का विकृत रुप बाल विवाह क्यों आरम्भ हुआ, आज के वर्तमान परिदृष्य मे बाल विवाह के कारण क्या है एवं लडके या लडकी के जीवन पर इसका क्या दुष्प्रभाव पडता है, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के मुख्य प्रावधानों की जानकारी दी गई साथ ही सही उम्र मे विवाह करने पर मिलने वाली योजनाओं की जानकारी दी।
राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डा. राखी सिहं ने बाल विवाह रोकथाम में युवा कैसे अपनी अहम भुमिका निभा सकते है पर बालिकाओं से संवाद किया जिसमे बालिकाओं ने स्वंय के बाल विवाह का विरोध करने के साथ अपने छोटे भाई बहिनों का बाल विवाह नही होने देने व आस पडौस मे होने वाले बाल विवाह की सूचना चाइल्डलाइन पर देने की बात कही।
प्राचार्य हाथी राम चौधरी ने बालिकाओं को बाल विवाह रोकथाम के लिए संचालित हैल्पलाइन का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के दौरान डा.गीता मीणा, प्रीति जैन, डा. शाहिद मोहम्मद पठान, रामकल्याण चौधरी एवं प्रियंका चौधरी उपस्थित रहे।