दो दिवसीय संस्थागत पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का हुआ समापन।
मालपुरा (अविकानगर) –
राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर की ओर से संचालित विज्ञान केंद्र, अविकानगर, टोंक द्वारा आज दिनांक 21 अक्टूबर 2021 को आत्मा योजना अंतर्गत दो दिवसीय संस्थागत पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का समापन किया गया।
शिविर के दूसरे दिन केंद्र प्रभारी अधिकारी डॉ. मदन मोहन माली ने वर्चुअल माध्यम से जुड़कर पशुपालकों को अपना उद्बोधन देते हुए उन्नत पशुपालन की ओर अग्रसर होने के लिए आवश्यक पशुपालन के विभिन्न आयामों के बारे में जानकारी दी।
साथ ही नवजात बछड़ों एवं बछडियो की देखभाल तथा स्वास्थ्य प्रबंधन पर विस्तार से जानकारी दी। वही शिविर में डॉ. अजीत सिंह महला (वैज्ञानिक, केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर) ने पशुओं में प्रजनन संबंधित समस्याओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। शिविर में डॉ. आर पी नागर (भारतीय चरागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान, पश्चिमी क्षेत्रीय परिसर, अविकानगर) ने पशुपालकों को पशुओं के लिए घास की विभिन्न किस्मों के बारे में जानकारी दी।
केंद्र के डॉ. नरेंद्र चौधरी ने पशुपालकों को पशुओं के लिए संतुलित आहार की उपयोगिता बताइ तथा केंद्र के डॉ. राजेश सैनी ने पशुओं में घाव प्रबंधन पर विस्तार से जानकारी दी।
पशुपालकों को बकरी इकाई का भ्रमण करवाया | इस अवसर पर डिप्टी डायरेक्टर, आत्मा, टोंक शिवजीराम यादव, कृषि पर्यवेक्षक मैंना चौधरी भी उपस्थित रहे।शिविर मे प्रश्नोत्तरी का आयोजन कराया गया जिसमें प्रथम स्थान आशाराम द्वितीय स्थान बजरंगलाल तृतीय स्थान विमला देवी रहे।
शिविर के अंत में सभी पशुपालकों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।इस शिविर में 30 पशुपालक लाभान्वित हुए।