विश्वकर्मा मंडल डिग्गी की नवीन कार्यकारिणी का रविवार को शपथ ग्रहण कार्यक्रम हुआ सम्पन्न।
मालपुरा-
विश्वकर्मा मंडल डिग्गी की नवीन कार्यकारिणी का रविवार को शपथ ग्रहण समारोह पूर्व प्रधान रवि शंकर जांगिड़ की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। जिसमें नवनिर्वाचित अध्यक्ष सीताराम जांगिड़ एवं नवीन कार्यकारिणी के पदाधिकारी सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।
पूर्व प्रधान रवि शंकर जांगिड़ ने जांगिड़ समाज की जनगणना पर जोर दिया प्रदेशाध्यक्ष संजय हर्षवाल ने कहा कि हमने प्रदेश सभा की वेबसाइट बनाई है उसमें समाज बंधुओं को सभी प्रकार की जानकारी उपलब्ध होने में सुविधा मिल सकेगी।
शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व प्रधान रविशंकर शर्मा, राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष संजय हर्षवाल, पूर्व जयपुर जिला अध्यक्ष घनश्याम जांगिड़, अजमेर जिला अध्यक्ष बंशीलाल कींजा, कर्मचारी समिति अध्यक्ष राजाराम जांगिड़, विश्वकर्मा टूडे के सम्पादक नरेश जांगिड़,दीप विश्वकर्मा के सम्पादक हरीराम जांगिड़ जयपुर, टोंक युवा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष कमलेश जांगिड़ बरवास,सवाई माधोपुर जिला प्रभारी मूलचंद जांगिड़, पूर्व युवा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष बद्रीलाल जांगिड़ बिडोली, पीपलू युवा प्रकोष्ठ तहसील अध्यक्ष कृष्ण कुमार जांगिड़
मालपुरा युवा प्रकोष्ठ तहसील अध्यक्ष सत्यनारायण जांगिड़ लावा,दूनी तहसील सभा अध्यक्ष परमेश्वर जांगिड़ देवड़ावास, जयपुर सभा अध्यक्ष महेश जांगिड़, टोंक जिला सभा जिला अध्यक्ष बाबूलाल जांगिड़ खरेडा, जिला कार्यकारिणी सदस्य भैरूलाल जांगिड़, श्योजीराम जांगिड़, जिला महामंत्री पूरणमल जांगिड़,
पूर्व टोंक तहसील सभा अध्यक्ष कजोड़मल जांगिड़ नयागांव, राधेश्याम जांगिड़ मेहंदवास, श्री विश्वकर्मा मण्डल अध्यक्ष फागी, हस्त कला मण्डल अध्यक्ष सांगानेर, श्री विश्वकर्मा मण्डल पीपलू अध्यक्ष नोरतमल जांगिड़, पप्पू जांगिड़ देशमा, रामलाल गोठवाल, सत्यनारायण जांगिड़ डिग्गी, टोंक तहसील महासभा अध्यक्ष महेश जांगिड़ भरनी, गोपी जांगिड़, रमेश जांगिड़,
प्रेमचंद जांगिड़ बावड़ी, शंकर जांगिड़, कैलाश जांगिड़, रामप्रसाद जांगिड़ कुरथल, नाथू धामा मालपुरा, रामदेव जांगिड़ बोराड़ा, घासी जांगिड़ तितरीयां, रामनारायण ग्वाला राजपुरा, प्रवक्ता सियाराम जांगिड़ कुरथल,टोडारायसिंह तहसील महासभा अध्यक्ष गोपाल जांगिड़ सहित टोंक जिले की तहसीलों से पधारे सहित सभी समाज बंधु मौजूद थे। यह जानकारी श्री विश्वकर्मा महामण्डल डिग्गी के मंत्री सत्यनारायण जांगिड़ ने दी।