
रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों और श्रमिकों एवं उनके परिवार को इन दिनों खाकी वर्दी का एक अलग रूप देखने को मिल रहा है। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए पिछले 54 दिनों से लागू लॉकडाउन ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की डयूटी को ही बदल दिया है। पहले जहां आरपीएफ जवान ट्रेन के खाली रैक की सुरक्षा कर रहे थे। वहीं अब श्रमिक और स्पेशल ट्रेनों से आने-जाने वाले लोगों की सेवा कर उन्हें अपनेपन का अहसास करा रहे हैं।

कमांडेंट, इंस्पेक्टर सहित 152 जवानों ने अपनी सैलरी से बनाया स्पेशल फंड
जयपुर जंक्शन पोस्ट के इंस्पेक्टर राजकुमार ने बताया कि जंक्शन पर इन दिनों 152 जवान रात-दिन ड्यूटी कर रहे हैं। सभी जवानों ने अपनी सैलरी में से एक हजार रूपए इकट्ठे कर एक स्पेशल फंड बनाया है। इस फंड में जयपुर कमांडेंट एमएम खान ने भी अपनी सैलरी में से 10 हजार रूपए की सहायता की है जिससे स्टेशन पर आने-जाने वाले यात्रियों और श्रमिकों एवं उनके परिवार को खाने के पैकेट उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। स्टेशन आ रहे बच्चों को चॉकलेट, खिलौने भी दे रहे हैं ताकि वे भय के माहौल से निकल अच्छा महसूस करें और उन्हें अपनेपन का अहसास हो।

बुजुर्ग यात्रियों को कोच तक पहुंचा रहे
स्टेशन पर तैनात आरपीएसएफ के करीब 50 जवान स्टेशन पर आने-वाले बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों को स्टेशन की एंट्री से रिसीव कर उन्हें व्हील चेयर से ट्रेन के कोच तक छोड़ते हैं। इसके साथ ही जवान कोच के अंदर फ्री जल सेवा भी कर रहे हैं। जयपुर आरपीएफ के इस व्यवहार को खूब सराहा जा रहा है। स्टेशन पर आने जाने वाले यात्री भी जयपुर आरपीएफ इंस्पेक्टर राजकुमार और उनकी टीम की सेवाओं की सराहना कर रहे हैं।
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