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संसदीय कार्य मंत्री ने वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान की समीक्षा
पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़े, योग दिवस एवं मानसून की पूर्व तैयारियों को लेकर दिए निर्देश
टोंक, 19 जून। वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत बुधवार देर शाम प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने निवाई पंचायत समिति के सभागार में जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। समीक्षा बैठक में निवाई-पीपलू विधायक रामसहाय वर्मा, जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी, जिलाध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान, प्रधान रामअवतार लांगड़ी भी मौजूद रहे।
संसदीय कार्य मंत्री ने वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान में विभिन्न विभागों द्वारा किए गए कार्यों की प्रगति की जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने जिन विभागों की प्रगति धीमी थी उन्हें इस अभियान में और बेहतर कार्य करने पर जोर दिया। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस अभियान को सभी विभाग पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी मानकर करें तो इसके सकारात्मक परिणाम आएंगे। जनभागीदारी और जन जागरूकता के प्रयासों में कोई कमी नहीं रखे।
संसदीय कार्य मंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से मानसून में आपदा प्रबंधन संबंधी तैयारियों की जानकारी ली और अधिकारियों को आगामी मानसून सीजन की समय रहते सभी आवश्यक तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में लो लाइन एरिया वाले क्षेत्रों में समुचित जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएं। नालों की सफाई का कार्य शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएं। उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को चेतावनी बोर्ड लगाने के निर्देश दिए।
संसदीय मंत्री ने आगामी 24 जून से 9 जुलाई तक आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़े में पात्र व्यक्तियों को सरकार की योजनाओं का लाभ देने एवं जनसमस्याओं का समाधान तत्परता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार फ्लैगशिप स्कीमों का लाभ धरातल पर पहुंचे इसके लिए कार्य योजना बनाकर कार्य करें। कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति छूटे नहीं इसकी सुनिश्चिता करें। जनता से सीधे जुड़े विभाग उनकी समस्याओं को प्रमुखता से सुने और समयबद्ध सीमा में उनका निस्तारण करें।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रदेश के सवा करोड़ लोगों को योग करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। टोंक जिला भी इसमें अधिकाधिक भागीदारी सुनिश्चित करें। इस बार के योग दिवस के आयोजन को संस्कृति और धरोहर से जोड़े। जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल पर योगाभ्यास का आयोजन करें।