Chief Editor
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मालपुरा (टोंक)। मालपुरा शहर की हृदय स्थली माने जाने वाले गांधी पार्क की बदहाल स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है। कभी बच्चों की किलकारियों और राहगीरों की चहलकदमी से गुलजार रहने वाला गांधी पार्क वर्तमान में पालिका प्रशासन की उपेक्षा का शिकार हो रहा है। जिन झूलों पर बच्चे कभी झूला, झूला करते थे, आज ना तो वो झूले है और झूलों के अभाव में ना बच्चे पार्क में मनोरंजन करने आते हैं। पार्क में बना पेशाबघर गन्दगी से भरा पड़ा है। जल प्रदाय योजना के तहत बनाए गए फव्वारे का उदघाटन तत्कालीन राजस्थान के गृह मंत्री दामोदर लाल व्यास के द्वारा दिनांक 24 जुलाई 1969 किया गया था। लेकिन वर्तमान में जल प्रदाय योजना के तहत लगाए गए फव्वारों का नामोनिशान तक नही है, बचा है तो केवल शिलालेख। उल्लेखनीय है कि विगत 02 अक्टूबर 2024 को नगर पालिका के कार्यवाहक प्रशासनिक अधिकारी जयनारायण जाट ने पार्क में उपस्थित लोगों के बीच 15 दिन में गांधी पार्क की बदहाल स्थिति को बदलने का संकल्प लिया था। लेकिन सात माह बीत जाने के बाद आज भी गांधी पार्क की ना सूरत बदली है और ना कोई विकास कार्य हुआ है। हालांकि पालिका प्रशासन द्वारा पार्क में सूखे पड़े पेड़ों को हटाने का कार्य जरूर करवाया गया था।🔊 Listen to this Gopal NayakChief Editor खसरा विवाद की आड़ में टूटी सड़क, पालिका …