मानव मित्र मण्डल सेवा संस्थान वितरित किए स्वेटर, ठण्ड में ठिठूरते बच्चों चेहरे पर आई मुस्कान
मालपुरा (मोरला) – आज के आधुनिक युग में जहां एक तरफ युवा तरुणाई पर संवेदनहीन होने का प्रश्न चिन्ह लगता जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ आज भी बहुत युवा ऐसे हैं जो इस तकाज़े को गलत साबित करते हैं। कुछ ऐसी ही पहल की है मानव मित्र मण्डल सेवा संस्थान मालपुरा के स्वयं सेवकों ने जिन्होंने ठिठुरते जरूरतमंद बच्चों को स्वेटर पहनाये तो उन्हें सहसा विश्वास नहीं हुआ कि आज के जमाने में ऐसे लोग भी हो सकते हैं जिन्हें दूसरों की परिस्थितियों का एहसास होता है।
मालपुरा उपखंड के सुदूर ग्राम पंचायत मोरला के राजकीय प्राथमिक विद्यालय देवपुरा में मानव मित्र मण्डल सेवा संस्थान के स्वंय सेवकों ने सर्दी में ठण्ड से ठिठुरते निर्धन बच्चों को स्वेटर वितरित करके स्वेटर पहनाये जिससे छात्र-छात्राओं के चेहरे पर मुस्कान आ गई।
प्रधानाध्यापक किशनलाल गुर्जर ने कहा कि समाज में मानवता ख़त्म नहीं हुई है और आज भी समाज में एक दूसरे के दर्द को महसूस करने वाले लोग मौजूद हैं।सर्द रातों में ठिठुरने को मजबूर, ठण्ड क्या होती है ये कोई उनसे पूछे जो सर्द रातों में खुले आसमां के नीचे किसी तरह अपने बदन को सिकोड़कर रात गुजारने को मजबूर होते हैं। ऐसी स्थिति में यदि ऐसे मजलूम लोगों को कोई भी ऊनी वस्त्र मिल जाए तो उनके मुंह से दुआओं की बारिश होना लाजिमी है।
कुछ ऐसी ही पहल मानव मित्र मण्डल सेवा संस्थान मालपुरा के द्वारा की जा रही है जिसके तहत संस्थान के कार्यकर्ता घर घर जाकर जाकर कम्बल तथा जरूरतमंद बच्चों को स्वेटर वितरण कर रहे हैं,इनका कार्य सराहनीय है, इसके लिए उन्होंने मानव मित्र मण्डल सेवा संस्थान के मानवीय हित में चलाये जा रहे इस कार्य की भूरी भूरी प्रशंसा की। संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष नोरतमल वर्मा, सचिव संजय कुमार पाराशर,कौषाध्यक्ष राजेंद्र बैरवा, सदस्य ज्ञानवीर सिंह सहित विधालय के बच्चे उपस्थित रहे,संस्थान संस्थापक नोरत मल वर्मा का कहना है कि भामाशाहों के सहयोग से ऊनी वस्त्र व् कम्बल वितरण किया जाता है और लोग आगे आकर प्रेरणा लेते हुए ठण्ड के मौसम में गरीबों असहायों को गर्म कपड़ों कम्बल, स्वेटर आदि प्रदान करने लगे हैं जो अच्छा संकेत है। हमें भी उनकी परिस्थितियों का एहसास होना चाहिए।