जिला कलेक्टर ने सआदत और एमसीएच अस्पताल का निरीक्षण किया।
अस्पताल में भर्ती मेहंदवास की नारायणी,लांबा की तुलसा एवं टोंक की आशिया से चिकित्सा सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।
टोंक,5 मार्च।
आमजन को सरकारी अस्पतालों में बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिलें, इसे लेकर जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने रविवार को जिला मुख्यालय के सआदत अस्पताल और मातृ एवं शिशु चिकित्सालय(एमसीएच) का निरीक्षण किया। जिला कलेक्टर ने दोनों अस्पताल में सफाई व्यवस्था का जायजा लिया और गत बुधवार को निरीक्षण के दौरान दिए गए निर्देशों की पालना की जानकारी ली। उन्होंने सआदत अस्पताल के वार्डों में जाकर वहां भर्ती मेहंदवास निवासी नारायणी, लांबा की तुलसा एवं टोंक शहर की आशिया से बात कर मिल रहे उपचार की जानकारी ली। साथ ही, डॉक्टरों व चिकित्सा स्टाफ को आवश्यक निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने पीएमओ बीएल मीणा को सआदत अस्पताल में अव्यवस्थित रूप से रखे हुए नीलामी योग्य सामान को हटाकर सभी को एक स्थान पर रखने के निर्देश दिए।
गर्मी को देखते हुए अस्पताल के खराब पंखे,कूलर व एसी को रिपेयर कराने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सआदत अस्पताल में स्थित इंदिरा रसोई में मरीजों व परिजनों के खाना खाने के बाद बची जूठन से जानवरों के आने की समस्या को लेकर नगर परिषद से बात कर स्थाई समाधान निकाला जाएगा। जिला कलेक्टर ने पीएमओ को बायोमेट्रिक कचरा प्रबंधन के नियमानुसार निस्तारण करने पर जोर दिया। उन्होंने कल्पना सीटी स्कैन सेंटर का भी निरीक्षण किया।
मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में जिला कलेक्टर के समक्ष मरीजों के परिजनों और अस्पताल के सामने स्थित घरों के निवासियों ने ऑटो चालकों द्वारा किए जाने वाले दुर्व्यवहार की शिकायत की। उन्होंने कहा कि अस्पताल के मेन गेट पर बड़ी संख्या में ऑटो चालक अपना ऑटो लेकर खड़े रहते हैं, इससे जाम की स्थिति बनी रहती है। जिला कलेक्टर ने समस्या का शीघ्र समाधान करने का भरोसा दिया।
जिला कलेक्टर ने पीएमओ एवं चिकित्सालय प्रभारी विनोद पवेरिया को एमसीएच परिसर में इंदिरा रसोई के पीछे की ओर पक्का फर्श तथा मनीष तोषनीवाल स्मृति उद्यान में मरीजों एवं परिजनों के बैठने के लिए शेड लगाने के निर्देश दिया। इसके साथ ही जिला कलेक्टर ने एमसीएच की विभिन्न चिकित्सा इकाइयों में जाकर मरीजों को दिए जा रहे हो उपचार का जायजा लिया।