शिक्षा उस शेरनी का दूध है जो पियेगा वो दहाड़ेगा – लोदी
मालपुरा (टोंक) –
मालपुरा उपखंड की ग्राम पंचायत सोडा के राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय में कल 13 जनवरी शुक्रवार को वार्षिक उत्सव व भामाशाह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता सोडा सरपंच प्रेम देवी चौधरी ने की। समारोह में मुख्य अतिथि रामकिशन चौधरी एवं विशिष्ट अतिथि सीबीईओ के प्रतिनिधि लालाराम शर्मा, पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी सरिता सोगरा, अंबेडकर विचार मंच सेवा समिति की ओर से लोकेश लोदी ने कार्यक्रम में शिरकत की।
कार्यक्रम में सबसे पहले विद्यालय के प्रधानाध्यापक गोपी खंडेलवाल ने सभी अतिथियों व भामाशाहो का माला व साफ़ा पहनाकर स्वागत सम्मान किया। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में शानदार प्रस्तुतियां दी। अंबेडकर विचार मंच सेवा समिति की ओर से उपस्थित लोकेश लोदी ने विद्यालय को प्रोत्साहन राशि के साथ ही छात्राओं को स्टेशनरी व ‘नारी सम्मान व संविधान – शून्य से शिखर तक’ पुस्तक और भारत के संविधान की उद्देशिका व डॉ बी.आर. अम्बेडकर की तसवीर भेंट की। लोकेश लोदी ने अपने उदबोधन में बालिकाओं को शिक्षा के प्रति जागरूक रहने के साथ ही भारत की प्रथम शिक्षिका सावित्री बाई फुले, ज्योतिबाफुले, फातिमा शेख व डॉ बी आर अंबेडकर की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए इन सभी के द्वारा महिला उत्थान के किए गए कार्यो की जानकारी दी। साथ ही कहा कि शिक्षा उस शेरनी का दूध हैं जो पियेगा वो दहाड़ेंगा। उन्होंने बताया की संविधान लागू होने के बाद में राजा का बेटा राजा नही बनता। राजा वही बनता है जो असली हकदार होता है। जिसका उदहारण उन्होंने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से ले कर टोंक की जिला कलेक्टर सुश्री चिन्मयी गोपाल के रूप में दिया।