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उपखण्ड अधिकारी व निजी सहायक पर हो अनुशासनिक कार्रवाई- पालिका पार्षदगण।

 

उपखण्ड अधिकारी व निजी सहायक पर हो अनुशासनिक कार्रवाई- पालिका पार्षदगण।

मालपुरा-
मालपुरा उपखण्ड अधिकारी के द्वारा पालिका ईओ को नोटिस जारी करने के बाद मालपुरा पालिका की राजनीति गरमा गई है। नगर पालिका मालपुरा के पार्षदगण उपखण्ड अधिकारी के विरुद्ध लामबंद हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि 30 मई को मालपुरा उपखण्ड अधिकारी के द्वारा पालिका अधिशासी अधिकारी को साप्ताहिक समीक्षा बैठक में उपस्थित नहीं होने को लेकर नोटिस जारी किया गया था।
कल 01 जून बुधवार को मालपुरा नगर पालिका की पालिकाध्यक्ष आशा नामा के नेतृत्व में पालिका पार्षदगणों ने टोंक जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर मालपुरा उपखण्ड अधिकारी रामकुमार वर्मा व उनके निजी सहायक अनिल कुमार शर्मा पर आरोप लगाते हुए अनुशासनिक कार्रवाई करने की मांग की। ज्ञापन में बताया गया कि सुरेन्द्र कुमार मीणा अधिशाषी अधिकारी द्वारा 13 मई 2022 को नगरपालिका मालपुरा में अधिशाषी अधिकारी के पद पर कार्यभार ग्रहण किया गया है। सुरेन्द्र कुमार मीणा के पास नगरपालिका जहाजपुर (भीलवाडा) का भी अतिरिक्त कार्यभार है। पालिका ईओ मीणा द्वारा कार्यभार ग्रहण करने के उपरान्त विगत 4 माह से लम्बित 300 से अधिक पटटों की पत्रावली का निस्तारण किया गया है और 50 से अधिक नल बिजली की एनओसी जारी की गई है। ओर अन्य विभिन्न प्रकार प्रकार की लम्बित पत्रावलियों का निस्तारण भी किया गया है।

पालिका ईओ मीणा के पास कार्य की अधिकतता के कारण वरिष्ठ सहायक अम्बालाल गुर्जर को उपखण्ड स्तरीय मिटिगों में भाग लेने के लिए अधिकृत किया हुआ है। उनके द्वारा प्रत्येक मिटिंग में भाग भी लिया जा रहा है। चूंकि वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा प्रशासन शहरों के संग अभियान, प्रधानमंत्री आवास योजना, इन्दिरा गांधी शहरी रोजगार गारन्टी योजना पर मुख्य ध्यान है। जिसके सफल कियान्वयन की जिम्मेदारी अधिशाषी अधिकारी की है।

पालिका ईओ सुरेन्द्र कुमार मीणा अधिशाषी अधिकारी नगरपालिका मालपुरा द्वारा अपने दायित्व का निष्ठापूर्वक निर्वहन किया जा रहा है। परन्तु उपखण्ड अधिकारी रामकुमार वर्मा व उनके निजी सहायक अनिल कुमार शर्मा को नगरपालिका के कार्यों में रोड़ा अटकाने की आदत है। जिस कारण पालिका अधिशाषी अधिकारी को हताश व परेशान करने की गरज से नोटिस जारी किया गया हैं।
उक्त नोटिस में लिखी सारी बाते मिथ्या है व अधिशाषी अधिकारी का प्रतिनिधि प्रत्येक मिटिगों में उपस्थित हुआ है।

ओर उपखण्ड कार्यालय से आये प्रत्येक पत्र का व पूर्व में लम्बित पत्रों का भी निस्तारण किया गया है। अधिशाषी अधिकारी के कार्यभार ग्रहण करने के बाद मालपुरा पालिका की रेंक में सुधार कर 58 से 41 पर आ गई है। जो कि आगे भी सुधरती रहेगी।जिससे साबित होता है कि विभाग की छवि में सुधार हुआ है।
ज्ञापन मे आरोप लगाते हुए आगे बताया गया कि उपखण्ड अधिकारी रामकुमार वर्मा के पास भी 2 बार अधिशाषी अधिकारी का चार्ज रहा है परन्तु उनके द्वारा न कोई पटटा जारी किया गया और न ही आमजन की किसी समस्या का निवारण किया गया।

और नगरपालिका में नामान्तकरण की फाईल जिसमें उपखण्ड अधिकारी द्वारा सम्बन्धित व्यक्ति से लेन देन किया जाना था को खुद के स्तर पर दबा लिया और पालिका के कर्मचारियों को उक्त फाईल के लिए डराया धमकाया गया और झूठे मुकदमे में फसाने की धमकी दी व अनिल कुमार शर्मा कनिष्ठ सहायक द्वारा इन्द्रा कॉलोनी में दो पक्षो में चल रहे आपसी विवाद में जातिगत समर्थन करते हुए उपखण्ड अधिकारी रामकुमार वर्मा की शह पर पालिका पर दबाव बनाया गया कि
उक्त व्यक्ति के समर्थन में कार्यवाही की जावे।जबकि मालपुरा क्षेत्र की अन्य किसी समस्या की तरफ उनका ध्यान नहीं जाता है। उपखण्ड अधिकारी रामकुमार वर्मा द्वारा पालिका की छवि को खराब करने के लिए अखबार में खबर छपवायी जाती है कि पालिका आमजन के कार्य नहीं कर रही है। अभियन्ता को धमकाया जाता है कि पटटे जारी नहीं करे अन्यथा मुकदमे में फंसा देंगें। वर्तमान मालपुरा एसडीएम पूर्व में बस्सी में उपखण्ड अधिकारी के पद पर रहे। वहां पर भी उपखण्ड अधिकारी विवादास्पद रहे है।
सुरेन्द्र कुमार मीणा अधिशाषी अधिकारी की कार्यशैली से पार्षद व आमजन सन्तुष्ट है परन्तु जानबूझकर अधिशाषी अधिकारी के विरूद्ध माहोल खराब करने की नियत से व उपखण्ड अधिकारी व कनिष्ठ सहायक द्वारा एसटी वर्ग से ईर्ष्या होने के कारण नोटिस जारी किया गया। इनके द्वारा पूर्व कनिष्ठ अभियन्ता देशराज मीणा को भी डराया गया और नोटिस देकर परेशान किया गया। साथ ही आरोप लगाया कि उपखण्ड अधिकारी द्वारा खाद्य सुरक्षा योजना में पात्र व्यक्तियों के नाम नहीं जोड़े गये।

जिससे पात्र व्यक्ति खाद्य सुरक्षा में लाभान्वित होने से वंचित रह गये। इनके पी ए अनिल कुमार शर्मा द्वारा सांठ गांठ कर रिश्वत लेकर खाद्य सुरक्षा योजना में नाम जोड़े जाते हैं। जिसकी जांच करवायी जानी अतिआवश्यक है। उपखण्ड अधिकारी के राजस्व न्यायालय में विभिन्न प्रकार के
प्रकरण विचाराधीन है। उपखण्ड अधिकारी द्वारा मालपुरा में राजनिति की जा रही है। यह एक अधिकारी है किन्तु अधिकारी दायित्वों से परे जाकर राजनिति कर रहे है और अखबारों में झूठी खबरे छपवाते रहते हैं। इनसे सभी विभागों के अधिकारी परेशान है एवं अधिकारियों के साथ इनके द्वारा दुर्व्यवहार किया जाता है। इनके द्वारा स्वयं के स्तर पर कोई कार्य नहीं किया जाता है। मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर उपखण्ड अधिकारी रामकुमार वर्मा व कनिष्ठ सहायक अनिल
कुमार शर्मा के विरूद्ध कठोर कार्यवाही किए जाने की मांग की।

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